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शकील बदायूनी के वीडियो
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शायर अपना कलाम पढ़ते हुए
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शकील बदायूनी
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शकील बदायूनी
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शकील बदायूनी
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शकील बदायूनी
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ग़म-ए-आशिक़ी से कह दो रह-ए-आम तक न पहुँचे शकील बदायूनी
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हंगामा-ए-ग़म से तंग आ कर इज़हार-ए-मसर्रत कर बैठे शकील बदायूनी
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हंगामा-ए-ग़म से तंग आ कर इज़हार-ए-मसर्रत कर बैठे शकील बदायूनी
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बीत गया हंगाम-ए-क़यामत रोज़-ए-क़यामत आज भी है शकील बदायूनी
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हंगामा-ए-ग़म से तंग आ कर इज़हार-ए-मसर्रत कर बैठे शकील बदायूनी
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बेगम अख़्तर
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Shanti Hiranandji singing 'door hai manzil' शांति हीरानंद
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कोई साग़र दिल को बहलाता नहीं मोहम्मद रफ़ी
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ख़ुश हूँ कि मिरा हुस्न-ए-तलब काम तो आया बेगम अख़्तर
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नसीब में जिस के जो लिखा था वो तेरी महफ़िल में काम आया मोहम्मद रफ़ी
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भरी दुनिया में आख़िर दिल को समझाने कहाँ जाएँ मोहम्मद रफ़ी
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मेरे हम-नफ़स मेरे हम-नवा मुझे दोस्त बन के दग़ा न दे मीनू बख़्शी
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मेरे हम-नफ़स मेरे हम-नवा मुझे दोस्त बन के दग़ा न दे बेगम अख़्तर
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रहा गर्दिशों में हर-दम मिरे इश्क़ का सितारा मोहम्मद रफ़ी
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आँख से आँख मिलाता है कोई लता मंगेशकर
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आँखों से दूर सुब्ह के तारे चले गए बेगम अख़्तर
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इक शहंशाह ने बनवा के.... अज्ञात
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इक शहंशाह ने बनवा के.... अज्ञात
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इक शहंशाह ने बनवा के.... अज्ञात
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इक शहंशाह ने बनवा के.... अज्ञात
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इक शहंशाह ने बनवा के.... अज्ञात
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इक शहंशाह ने बनवा के.... अज्ञात
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इक शहंशाह ने बनवा के.... अज्ञात
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इक शहंशाह ने बनवा के.... अज्ञात
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इस दर्जा बद-गुमाँ हैं ख़ुलूस-ए-बशर से हम बेगम अख़्तर
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ऐ इश्क़ ये सब दुनिया वाले बे-कार की बातें करते हैं लता मंगेशकर
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ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आया उस्बताद बरकत अली ख़ान
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ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आया बेगम अख़्तर
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ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आया शांति हीरानंद
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ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आया पूजा मेहरा गुप्ता
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कैसे कह दूँ की मुलाक़ात नहीं होती है पंकज उदास
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कोई आरज़ू नहीं है कोई मुद्दआ' नहीं है तलअत महमूद
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ख़ुश हूँ कि मिरा हुस्न-ए-तलब काम तो आया बेगम अख़्तर
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ज़िंदगी उन की चाह में गुज़री उस्ताद मोहन ख़ान
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ज़िंदगी का दर्द ले कर इंक़लाब आया तो क्या बेगम अख़्तर
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तक़दीर की गर्दिश क्या कम थी इस पर ये क़यामत कर बैठे लता मंगेशकर
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नज़र-नवाज़ नज़ारों में जी नहीं लगता शांति हीरानंद
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बहार आई किसी का सामना करने का वक़्त आया ऊषा चिनॉय
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मेरे हम-नफ़स मेरे हम-नवा मुझे दोस्त बन के दग़ा न दे रीता गांगुली
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मेरे हम-नफ़स मेरे हम-नवा मुझे दोस्त बन के दग़ा न दे बेगम अख़्तर
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मेरे हम-नफ़स मेरे हम-नवा मुझे दोस्त बन के दग़ा न दे शांति हीरानंद
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मेरे हम-नफ़स मेरे हम-नवा मुझे दोस्त बन के दग़ा न दे मुन्नी बेगम
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रौशनी साया-ए-ज़ुल्मात से आगे न बढ़ी तलअत महमूद
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शायद आग़ाज़ हुआ फिर किसी अफ़्साने का कुसुम शर्मा
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हंगामा-ए-ग़म से तंग आ कर इज़हार-ए-मसर्रत कर बैठे तलअत महमूद
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मेरे हम-नफ़स मेरे हम-नवा मुझे दोस्त बन के दग़ा न दे फ़रीदा ख़ानम
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मिरी ज़िंदगी है ज़ालिम तिरे ग़म से आश्कारा पीनाज़ मसानी
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मेरे हम-नफ़स मेरे हम-नवा मुझे दोस्त बन के दग़ा न दे शोभा गुर्टू