aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
Author: | Zafar Iqbal |
Language: | Hindi |
Publisher: | Rekhta Publications |
Binding: | Paperback (225 pg) |
Year: | 2019 (1st Edition) |
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Anout Book
प्रस्तुत किताब रेख़्ता नुमाइन्दा कलाम’ सिलसिले के तहत प्रकाशित प्रसिद्ध उर्दू शाइर ज़फर इक़बाल का ताज़ा काव्य-संग्रह है| ज़फर इक़बाल शाइरी आधुनिकतावादी शाइरी है और ग़ज़ल की एक नई शैली स्थापित करने के लिए जानी जाती है| जफर इकबाल की शाइरी प्रेम को अलौकिक के बजाय भौतिक और वैज्ञानिक के रूप में स्थापित करती है। उन्हें एक नए लहजे और नई अवधारणा के कवि के रूप में जाना जाता है। उन्होंने क्लासिकी ग़ज़ल की मिट्टी को अपनी रचनात्मक प्रतिभा के चाक पर चढ़ा कर, अभिव्यक्ति और तकनीक के नए साँचे बनाए और एक नए भाव-संसार की संभावनाओं की ख़बर दी। यह किताब देवनागरी लिपि में प्रकाशित हुई है और पाठकों के बीच ख़ूब पसंद की गई है|