aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
Author: | Shah Niyaz Ahmad Barelvi |
Language: | Hindi |
Publisher: | Rekhta Publications |
Year: | 2023 (1st Edition) |
Also available on
Abount the Book: शाह नियाज़ अहमद साहब के फ़ारसी, उर्दू और हिन्दवी कलाम का संग्रह पहली बार हिंदी पाठकों के समक्ष आ रहा है, जिस में शाह नियाज़ अहमद बरेलवी द्वारा लिखे गए प्रसिद्ध कलाम शामिल हैं. किताब का संपादन सुमन मिश्र ने किया है.
Abount the Author: शाह नियाज़ अहमद बरेलवी चिश्ती सिलसिले के प्रसिद्ध सूफ़ी बुज़ुर्ग हुए हैं, जिन्होंने हिंदी, उर्दू और फ़ारसी में कलाम लिखे हैं . उनके कलाम आबिदा परवीन, फ़रीद अयाज़ और नुसरत साहब जैसे प्रसिद्ध क़व्वालों ने पढ़े हैं. 'इश्क़ में तेरे कोह ए गम' आज भी लोगों की ज़बान पर है. उर्दू को पहली बार उर्दू नाम से संबोधित करने वाले 'मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी' हज़रत शाह नियाज़ के ही मुरीद थे