aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
Author: | Khwaja Ruknuddin Ishq |
Language: | Hindi |
Publisher: | Rekhta Publications |
Year: | 2023 (1t Edition) |
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Abount the Book: ख़्वाजा रुक्नुद्दीन इश्क़ के उर्दू कलाम का संग्रह "इश्क़-नामा" पहली बार हिंदी पाठकों के समक्ष आ रहा है, जिस में रुक्नुद्दीन इश्क़ द्वारा लिखे गए प्रसिद्ध कलाम शामिल हैं। इसमें हम्द, नात और मंक़बत के अतिरिक्त ग़ज़लें और रुबाई, क़िता शामिल हैं। किताब का संपादन रय्यान अबुलउलाई ने किया है।
About the Author: ख़्वाजा रुक्नुद्दीन इश्क़ सिलसिला-ए-अबुलउलाईया के महान सूफ़ी और बारगाह-ए-इश्क़ के बानी थे। आप के नाना ख़्वाजा शाह मोहम्मद फ़रहाद अबुलउलाई दिल्ली के प्रसिद्ध सूफ़ी थे। आपकी पैदाइश दिल्ली में 1715 में हुई। दुर्रानी के हमले ने जब दिल्ली को तबाह-ओ-बर्बाद कर दिया तो पटना तशरीफ़ ले गए। मिर्ज़ा मोहम्मद अली फ़िद्वी जैसे बड़े शाइर उनके शागिर्द रहे हैं। उर्दू कुल्लियात, एक फ़ारसी दीवान और चंद क़लमी रिसाले उनकी यादगार हैं।