aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
Author: | Maikash Akbarabadi |
Language: | Hindi |
Publisher: | Rekhta Publications |
Also available on
Abount the Book: मयकाश अकबराबादी के फ़ारसी और उर्दू कलाम का संग्रह "कौन है ऐसा पुजारी दैर में" पहली बार हिंदी पाठकों के समक्ष आ रहा है, जिस में मयकाश अकबराबादी द्वारा लिखे गए प्रसिद्ध कलाम जैसे हम्द, ना'त, मंक़बत, नज़्म, सलाम और रुबाई शामिल हैं. किताब का संपादन सुमन मिश्र ने किया है।
About the Author: मयकश अकबराबादी ख़ानक़ाह नयाज़िया, आगरा के सज्जादा-नशीं, प्रसिद्ध सूफ़ी स्कालर और बड़े शाइर गुज़रे हैं, उनका नाम मोहम्मद अली और तख़ल्लुस मयकश है। मयकदा, हर्फ़-ए-तमन्ना, नग़मा और इस्लाम, नक़्द-ए-इक़बाल, शिर्क-ओ-तौहीद, हज़रत ग़ौसुल आज़म और मसाइल-ए-तसव्वुफ़ उनकी महत्ववपूर्ण पुस्तकें हैं । मयकश शाइर के अलावा एक आलोचक भी थे।