aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
Author: | Mohammad Alvi |
Language: | Hindi |
Publisher: | Rekhta Publications |
Binding: | Paperback (176 pg) |
Year: | 2018 (1st Edition) |
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प्रस्तुत किताब में 'रेख़्ता नुमाइन्दा कलाम’ सिलसिले के तहत मोहम्मद अल्वी के कलाम का इन्तिख़ाब शामिल किया गया है। मोहम्मद अल्वी अपनी अनोखी शाइरी के लिए जाने जाते हैं जिनमें लफ़्ज़ों के परतों के पीछे उनके कुछ और मआनी छुपे होते हैं जो भावनाओं की नए स्वरूपों को प्रकट करते हैं।