आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "vote"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "vote"
ग़ज़ल
वोट न बेचें क्यूँ बेचारे बस कम्बल के बदले में
जो सर्दी में अपनी चमड़ी बिस्तर करें लिहाफ़ करें
सरदार पंछी
नज़्म
मैं नशे में हूँ
ये बात अक़्ल में भी समाती नहीं है कुछ
शोहरत तो मुफ़्त वोट दिलाती नहीं है कुछ
सय्यद मोहम्मद जाफ़री
नज़्म
इलेक्शन
साक़ी शराब दे कि इलेक्शन है आज-कल
बरसेंगे वोट जिस में वो सावन है आज-कल
सय्यद मोहम्मद जाफ़री
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "vote"
अन्य परिणाम "vote"
हास्य शायरी
रेहन पर्चे के एवज़ इज़्ज़त मिरी कर लीजिए
अपने बच्चों का तसद्दुक़ वोट मुझ को दीजिए
ज़रीफ़ लखनवी
हास्य शायरी
नज़र बर्नी
ग़ज़ल
कुछ वोट कमाने की ख़ातिर क्या ख़ून बहाना लाज़िम है
जब बात अम्न की हो हर सू क्या बात बढ़ाना लाज़िम है