आपकी खोज से संबंधित
परिणाम ",emu0"
अत्यधिक संबंधित परिणाम ",emu0"
अन्य परिणाम ",emu0"
अनुवाद
सआदत हसन मंटो
नज़्म
अटूट अंग
सुनो! ये तुम्हारे बदन का ख़ुमार-आश्ना कैफ़... नर्म ओ मुसलसल
मुझे लज़्ज़तों के उमुक़ में लिए जा रहा है
अज़हर ग़ौरी नदवी
नज़्म
दीवाली की शाम
बढ़ रहा है सूरत-ए-सैलाब लोगों का हुजूम
हर दुकाँ पर गाहकों का शोर-ओ-ग़ुल है बिल-उमूम
मोहम्मद सिद्दीक़ मुस्लिम
ग़ज़ल
उलूम चौदह मक़ूला दस और जिहात सित्ता बनाए उस ने
उमूर-ए-दुनिया को ताकि पहुंचाएँ ख़ूब सा इंसिराम तीसों
इंशा अल्लाह ख़ान इंशा
नज़्म
नज़्म इत्तिहाद
अपने उमूर में न करो ग़ैर को शरीक
शर को न ढूँढो और करो ख़ैर को शरीक
मिर्ज़ा अल्ताफ़ हुसैन आलिम लखनवी
नज़्म
औरत
ख़ानक़ाहों में हुआ करता है जैसे बिल-उमूम
शैख़ की ख़िदमत में हाज़िर है मुरीदों का हुजूम
शातिर हकीमी
ग़ज़ल
क्या तुझे मालूम है दैर-ओ-हरम की एक राह
बुत-परस्ती उस जगह और इस जगह है यक उमूर