आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "لاغر"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "لاغر"
ग़ज़ल
मुझ से लाग़र तिरी आँखों में खटकते तो रहे
तुझ से नाज़ुक मिरी नज़रों में समाते भी नहीं
दाग़ देहलवी
कहानी
सआदत हसन मंटो
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "لاغر"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "لاغر"
तंज़-ओ-मज़ाह
मुश्ताक़ अहमद यूसुफ़ी
ग़ज़ल
लाग़र इतना हूँ कि गर तू बज़्म में जा दे मुझे
मेरा ज़िम्मा देख कर गर कोई बतला दे मुझे
मिर्ज़ा ग़ालिब
शेर
हो गया लाग़र जो उस लैला-अदा के इश्क़ में
मिस्ल-ए-मजनूँ हाल मेरा भी फ़साना हो गया