aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "सत-जगों"
नवब सर अमीन जंग
लेखक
नवाब सर निज़ामत जंग
1871 - 1955
बेगम नवाब सर-बुलंद जंग बहादुर
संपादक
बीते सत-जगों की सर्द राख मेंइक शरार भी नहीं
अपने चेहरे से जो ज़ाहिर है छुपाएँ कैसेतेरी मर्ज़ी के मुताबिक़ नज़र आएँ कैसे
उन के देखे से जो आ जाती है मुँह पर रौनक़वो समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है
ये किताबों सी जो हथेली हैसब से मुश्किल यही पहेली है
शायरी में वतन-परस्ती के जज़्बात का इज़हार बड़े मुख़्तलिफ़ ढंग से हुआ है। हम अपनी आम ज़िंदगी में वतन और इस की मोहब्बत के हवाले से जो जज़्बात रखते हैं वो भी और कुछ ऐसे गोशे भी जिन पर हमारी नज़र नहीं ठहरती इस शायरी का मौज़ू हैं। ये अशआर पढ़िए और इस जज़बे की रंगारंग दुनिया की सैर कीजिए।
शायरी में वतन-परस्ती के जज़्बात का इज़हार बड़े मुख़्तलिफ़ ढंग से हुआ है। हम अपनी आम ज़िंदगी में वतन और इस की मोहब्बत के हवाले से जो जज़्बात रखते हैं वो भी और कुछ ऐसे गोशे भी जिन पर हमारी नज़र नहीं ठहरती इस शायरी का मौज़ू हैं। वतन-परस्ती मुस्तहसिन जज़्बा है लेकिन हद से बढ़ी हुई वत-परस्ती किस क़िस्म के नताएज पैदा करती है और आलमी इन्सानी बिरादरी के सियाक़ में उस के क्या मनफ़ी असरात होते हैं इस की झलक भी आपको इस शेअरी इंतिख़ाब में मिलेगी। ये अशआर पढ़िए और इस जज़बे की रंगारंग दुनिया की सैर कीजिए।
सत-जगोंست جگوں
seven eons, periods
Rahnumae Quran
Khutba Jamia Osmania
संस्मरण
सर-ज़मीन-ए-मिस्र में जंग
युसुफ़-अल-क़अइद
नॉवेल / उपन्यास
Rahnuma-e-Quran
इस्लामियात
Arabistan-e-Muqaddas
सफ़र-नामा / यात्रा-वृतांत
Haqeeqat-e-Islam
व्याख्यान
Rasool-e-Akram Ki Yad Manane Ka Sahi Tariqa
ज़िंदगी मुझ से जो टकराई मिलेऐन मुमकिन है कि चकराई मिले
आप अपने से जो ख़फ़ा बैठेपास उस दिल के कोई क्या बैठे
आज खिड़की से जो बाहर देखाअपने साए को सड़क पर देखा
मुस्कुराते हुए मिलता हूँ किसी से जो 'ज़फ़र'साफ़ पहचान लिया जाता हूँ रोया हुआ मैं
अपने अंदर से जो बाहर निकलेख़ुद-नुमाई का समुंदर निकले
बहानों से जो चल जाती मोहब्बतन होती आप से तब भी मोहब्बत
यक़ीं से जो गुमाँ का फ़ासला हैज़मीं से आसमाँ का फ़ासला है
नफ़्स से जो लड़ा नहीं करतेरूह पर वो जिला नहीं करते
आँख से जो नमी नहीं जातीग़म की शिद्दत सही नहीं जाती
ज़िंदगी से जो वास्ता रखिएमर के जीने का हौसला रखिए
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