आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "हिकायत"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "हिकायत"
नज़्म
जवाब-ए-शिकवा
अब तलक याद है क़ौमों को हिकायत उन की
नक़्श है सफ़्हा-ए-हस्ती पे सदाक़त उन की
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
दम-ए-तौफ़ किरमक-ए-शम्अ ने ये कहा कि वो असर-ए-कुहन
न तिरी हिकायत-ए-सोज़ में न मिरी हदीस-ए-गुदाज़ में
अल्लामा इक़बाल
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "हिकायत"
ग़ज़ल
ये फ़लक ये माह-ओ-अंजुम ये ज़मीन ये ज़माना
तिरे हुस्न की हिकायत मिरे इश्क़ का फ़साना
जिगर मुरादाबादी
नज़्म
नज़्र-ए-मौलाना हसरत-मोहानी
मर जाएँगे ज़ालिम की हिमायत न करेंगे
अहरार कभी तर्क-ए-रिवायत न करेंगे
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
याद
बे-हर्फ़ ओ बे-हिकायत ओ बे-साज़ ओ बे-सदा
रग रग में नग़्मा बन के समाती चली गई