आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "baKHt"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "baKHt"
ग़ज़ल
अमजद इस्लाम अमजद
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "baKHt"
ग़ज़ल
जवाब इस बात का उस शोख़ को क्या दे सके कोई
जो दिल ले कर कहे कम-बख़्त तू किस दिल से मिलता है
दाग़ देहलवी
नज़्म
नज़्म
जिस का डर था मुझे मा'लूम पड़ा लोगों से
फिर वो ख़ुश-बख़्त पलट आया तिरी दुनिया में
तहज़ीब हाफ़ी
ग़ज़ल
उफ़ ये ज़मीं की गर्दिशें आह ये ग़म की ठोकरें
ये भी तो बख़्त-ए-ख़ुफ़्ता के शाने हिला के रह गईं