आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "banda-e-farmaa.n"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "banda-e-farmaa.n"
ग़ज़ल
आशिक़ तो मिलेंगे तुझे इंसाँ न मिलेगा
मुझ सा तो कोई बंदा-ए-फ़रमाँ न मिलेगा
मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
ग़ज़ल
कैसे बच पाओगे फ़रमान ग़म-ए-हिज्राँ से
ये मोहब्बत का है दस्तूर बड़ी मुश्किल है
फ़रमान ज़ियाई सिरोजनी
ग़ज़ल
तुम्हारी बज़्म में 'फ़रमान' की तो क्या हक़ीक़त है
जो आ जाए वो अपनी ज़ात से बेगाना हो जाए
फ़रमान ज़ियाई सिरोजनी
ग़ज़ल
अजब अंदाज़ से मस्ताना-वार उन का शबाब आया
छलकता जाम ले कर जैसे कोई बादा-ख़्वार आए
फ़रमान ज़ियाई सिरोजनी
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "banda-e-farmaa.n"
मर्सिया
वो तिरी शान-ए-जलाली वो तिरा रो'ब-ए-जमाल
पड़ गई जिस पर नज़र था बंदा-ए-फ़रमाँ तिरा
ख़ुशी मोहम्मद नाज़िर
नज़्म
सय्यद की लौह-ए-तुर्बत
बंदा-ए-मोमिन का दिल बीम-ओ-रिया से पाक है
क़ुव्वत-ए-फ़रमाँ-रवा के सामने बेबाक है
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
'ग़ालिब'
बाला तेरा मक़ाम दुनिया-ए-शेर में
'उर्फ़ी' भी एक बंदा-ए-हल्क़ा-बगोश है