आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "be-baak"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "be-baak"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "be-baak"
अन्य परिणाम "be-baak"
ग़ज़ल
मुज़्दा ये सबा उस बुत-ए-बे-बाक को पहुँचा
ये दूद-ए-दिल-ए-सोख़्ता अफ़्लाक को पहुँचा
मिर्ज़ा मोहम्मद तक़ी हवस
हास्य
कूचा-ए-यार में ख़्वाहिश-ए-‘अक़्द ले कर हुई हाज़िरी
पै-ब-पै जब सवालात पूछे गए मैं पज़ल हो गया
बद्र मुनीर
नज़्म
बे-बाक अँधेरे
जब कभी शब के तिलिस्मात में खो जाता हूँ
या तिरे हुस्न की आग़ोश में सो जाता हूँ
फ़रीद इशरती
ग़ज़ल
अश्क बेताब व निगह बे-बाक व चश्म-ए-तर ख़राब
चश्म-ए-बीना से अगर देखो तो घर का घर ख़राब
अनवर देहलवी
ग़ज़ल
इशरत-ए-जल्वा-ए-बे-बाक मुबारक ऐ इश्क़
दीदा-ओ-दिल हैं मगर तिश्ना-ए-पैग़ाम अभी