आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "chhallaa"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "chhallaa"
ग़ज़ल
बशीर बद्र
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "chhallaa"
अन्य परिणाम "chhallaa"
ग़ज़ल
शब बीती चाँद भी डूब चला ज़ंजीर पड़ी दरवाज़े में
क्यूँ देर गए घर आए हो सजनी से करोगे बहाना क्या
इब्न-ए-इंशा
नज़्म
आवारा
रात हँस हँस कर ये कहती है कि मय-ख़ाने में चल
फिर किसी शहनाज़-ए-लाला-रुख़ के काशाने में चल