aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "deobandi"
नवाज़ देवबंदी
born.1956
शायर
माजिद देवबंदी
born.1964
जौहर देवबंद
born.1912
शम्स देवबंदी
हसरत देवबंदी
हामिद तहसीन देवबंदी
लेखक
मोहम्म्द रफ़ी फ़ाज़िल देबन्दी
संपादक
अफ़ज़ाल देवबंदी
क़ुतुब ख़ाना नईमिया, देवबन्द
पर्काशक
दफ़तर दारुल उलूम, देवबंद
शोबा-ए-तंज़ीम अबना-ए-दारुल उलूम देवबंद, सहारनपूर
अब्दुल्लाह राही देबंदी
मौलाना अब्दुल क़दीर देवबंदी
died.1918
कुतुब ख़ाना रहीमिया, देवबंद, यू.पी.
हाफ़िज़ी बुक डिपो, देवबंद
तेरे आने की जब ख़बर महकेतेरी ख़ुशबू से सारा घर महके
वो रुला कर हँस न पाया देर तकजब मैं रो कर मुस्कुराया देर तक
मंज़िल पे न पहुँचे उसे रस्ता नहीं कहतेदो चार क़दम चलने को चलना नहीं कहते
सफ़र में मुश्किलें आएँ तो जुरअत और बढ़ती हैकोई जब रास्ता रोके तो हिम्मत और बढ़ती है
भूके बच्चों की तसल्ली के लिएमाँ ने फिर पानी पकाया देर तक
देवबंदीدیوبندی
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Pahla Aasman
काव्य संग्रह
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नात
Lahu Lahu Aankhein
Shakh-e-Dil
Aaina-e-Sadaaqat
मौलवी फ़िरोज़ुद्दीन
तुलनात्मक अध्ययन
Naghma-e-Naqoos
तज़्किरा / संस्मरण / जीवनी
Shekhul Hind Maulana Mahmood Hasan Deobandi
अबू सलमान शाहजहाँपुरी
Kulliyat-e-Jauhar
कुल्लियात
Tahreek-e-Pakistan Aur Ulama-e-Deoband
मोहम्मद अकबर शाह बुख़ारी
विश्व इतिहास
Meri Tahreeren
Buzurgan-e-Darul Uloom Deoband
राजनीतिक आंदोलन
Darul Uloom Deoband Ka Almiya
मोहम्मद मंज़ूर नोमानी
इस्लामियात
Ulama-e-Deoband Kaun Hain Aur Kya Hain?
ज़ियाउर्रहमान फ़ारूक़ी
Shumara Number-007
हसन-उल-हाशमी
Jul 1994तिलिसमाती दुनिया, देवबंद
Sawaneh Ulma-e-Deoband
वो बेवफ़ा है उसे बेवफ़ा कहूँ कैसेबुरा ज़रूर है लेकिन बुरा कहूँ कैसे
वो अपने घर के दरीचों से झाँकता कम हैतअ'ल्लुक़ात तो अब भी हैं राब्ता कम है
दूसरा फ़ैसला नहीं होताइश्क़ में मशवरा नहीं होता
वहाँ कैसे कोई दिया जले जहाँ दूर तक ये हवा न होउन्हें हाल-ए-दिल न सुनाइए जिन्हें दर्द-ए-दिल का पता न हो
ख़ुद को कितना छोटा करना पड़ता हैबेटे से समझौता करना पड़ता है
सच बोलने के तौर-तरीक़े नहीं रहेपत्थर बहुत हैं शहर में शीशे नहीं रहे
हाल-ए-दिल सब से छुपाने में मज़ा आता हैआप पूछें तो बताने में मज़ा आता है
अफ़सोस जिन के दम से हर इक सू हैं नफ़रतेंहम ने तअल्लुक़ात उन्हीं से बढ़ा लिए
याद रक्खो इक न इक दिन साँप बाहर आएँगेआस्तीनों में उन्हें कब तक छुपाया जाएगा
जी के देखा है मर के देखेंगेये तमाशा भी कर के देखेंगे
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