aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "effects"
प्रियंका ऑफसेट, भोपाल
पर्काशक
सर-दर्द में गोली ये बड़ी ज़ूद-असर हैपर थोड़ा सा नुक़सान भी हो सकता है इस से
ناول نگاری کافی دنوں تک اعتبار فن سے محروم رہی لیکن بورژوا نظام کے عروج نے اس کے آرٹ کی حصار بندی کی۔ ناول اور حقیقت نگاری کے ضمن میں لکھتے ہوئے رالف فاکس نے اس طرف بھی خاصی توجہ دی ہے۔ فن ناول نگاری کو موجودہ صورت و سیرت...
आईडियोलॉजी की एक ख़ुसूसियत ये भी है कि समाजी तश्कील में एक सिरे पर आईडियोलॉजी है, दूसरे पर साइंस और बीच के दरमियानी फ़ासले पर अदब और आर्ट, ये अहम हैं अपने असरात (Effects) की वजह से, या'नी साइंस से Knowledge Effect पैदा होता है और ये आख़िरी Effect फ़ैज़...
बहर-हाल ये लतीफ़ा अपनी जगह लेकिन इस से ये बात भी सामने आई कि कभी-कभी हमारी मामूली सी शोख़ी या अदम-वाक़्फ़ियत भी तहक़ीक़ को बेहद मुतअस्सिर करती है और यही ग़लत तहक़ीक़ तारीख़ का सच बन जाती है । इस हवाले से मैं कहना ये चाहता हूँ कि भोपाल से...
فرض کیجئے اس مسئلے کو طے کرنے کے لیے ہم فن کار کے Motivation یعنی ترغیب عمل کا سہارا لیں یعنی یہ غور کریں کہ اگر کوئی شخص ارادۃً یا مجبوراً یا اتفاقاً کوئی فن پارہ بناتا ہے تو اس کو کیا چیز Motivate کرتی ہے، یعنی فن پارہ بنانے...
अकबर इलाहाबादी के 20 चुनिंदा शेर
रचनाकार की भावुकता एवं संवेदनशीलता या यूँ कह लीजिए कि उसकी चेतना और अपने आस-पास की दुनिया को देखने एवं एहसास करने की कल्पना-शक्ति से ही साहित्य में हँसी-ख़ुशी जैसे भावों की तरह उदासी का भी चित्रण संभव होता है । उर्दू क्लासिकी शायरी में ये उदासी परंपरागत एवं असफल प्रेम के कारण नज़र आती है । अस्ल में रचनाकार अपनी रचना में दुनिया की बे-ढंगी सूरतों को व्यवस्थित करना चाहता है,लेकिन उसको सफलता नहीं मिलती । असफलता का यही एहसास साहित्य और शायरी में उदासी को जन्म देता है । यहाँ उदासी के अलग-अलग भाव को शायरी के माध्यम से आपके समक्ष पेश किया जा रहा है ।
हुस्न के जल्वे हम सबने अपनी अपनी आँखों से देखे हैं और अपने अपने हिसाब से, लेकिन एक तख़्लीक़-कार जल्वा-ए-हुस्न को किन किन सूरतों में देखता है और इस के बारे में कैसे कैसे इन्किशाफ़ात करता है क्या हम इस से वाक़िफ़ हैं? अगर नहीं तो ये इन्तिख़ाब आप ही के लिए है। इसे पढ़िए और जलवों की चका चौंद से लुत्फ़ उठाइये।
इफ़ेक्ट्सایفیکٹس
effects
(۶) پلاٹ میں وہی چیزیں بیان ہونا چاہیے جو واقع ہو سکتی ہیں، یعنی جن کا واقعہ ہونا لازمی یا اجتماعی طور پر ممکن ہو۔ مندرجہ بالا نکات کی روشنی میں یہ دیکھنا مشکل نہیں کہ جدید افسانے کے پلاٹ کے بارے میں تقریباً سارے مفروضے ارسطو کے خیالات پر...
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