आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "maraahil"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "maraahil"
नज़्म
यकसूई
मैं तसव्वुफ़ के मराहिल का नहीं हूँ क़ाइल
मेरी तस्वीर पे तुम फूल चढ़ाती क्यूँ हो
साहिर लुधियानवी
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "maraahil"
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "maraahil"
ग़ज़ल
सख़्त सही हस्ती के मराहिल-ए-इश्क़ में राहत आज भी है
ऐ ग़म-ए-जानाँ हो न गुरेज़ाँ तेरी ज़रूरत आज भी है
शकील बदायूनी
ग़ज़ल
मैं अक्सर ज़िंदगी के उन मराहिल से भी गुज़रा
जहाँ लगता था मरना अब ज़रूरी हो गया है
ख़ुशबीर सिंह शाद
ग़ज़ल
अब्दुल हमीद अदम
नज़्म
इल्म की ज़रूरत
मगर हम हैं कि असलन हिस नहीं हम को कोई इस की
हमारे पा-ए-हिम्मत इन मराहिल में हैं बे-क़ाबू
अहमक़ फफूँदवी
ग़ज़ल
शहर-ए-वफ़ा से दश्त-ए-जुनूँ तक चाहे जितने मराहिल हूँ
वहशत के तो दूसरे रुख़ पर एक दरीचा काफ़ी है
असलम अंसारी
ग़ज़ल
ये बात अब कैसे समझाऊँ मैं इन मासूम झरनों को
गुज़र कर किन मराहिल से समुंदर से मिला हूँ मैं