आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "zikr-e-zulf-o-aarif"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "zikr-e-zulf-o-aarif"
शेर
रहने दे ज़िक्र-ए-ख़म-ए-ज़ुल्फ़-ए-मुसलसल को नदीम
उस के तो ध्यान से भी होता है दिल को उलझाओ
दत्तात्रिया कैफ़ी
ग़ज़ल
दाम-ए-ख़याल-ए-ज़ुल्फ़-ए-बुताँ से छुड़ा लिया
क्या बाल बाल मुझ को ख़ुदा ने बचा लिया
सफ़ी औरंगाबादी
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "zikr-e-zulf-o-aarif"
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "zikr-e-zulf-o-aarif"
ग़ज़ल
किस को ख़याल-ए-गेसू-ओ-ज़ुल्फ़-ए-दोता नहीं
दुनिया में कौन है जो असीर-ए-बला नहीं
फ़ज़ल हुसैन साबिर
ग़ज़ल
दुनिया से दाग़-ए-ज़ुल्फ़-ए-सियह-फ़ाम ले गया
मैं गोर में चराग़-ए-सर-ए-शाम ले गया
मुनीर शिकोहाबादी
ग़ज़ल
क़िस्मत असीर-ए-ज़ुल्फ़-ए-गिरह-गीर हो गई
ज़ुल्मत में घिर के महवर-ए-तनवीर हो गई
ग़ुलाम याह्या अंजुम
ग़ज़ल
दिल को ऐ इश्क़ सू-ए-ज़ुल्फ़-ए-सियह-फ़ाम न भेज
रहज़नों में तू मुसाफ़िर को सर-ए-शाम न भेज