आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "گولا"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "گولا"
ग़ज़ल
किरनों के धागों को समेटे ऊन का गोला डूब गया
नंगी धरती लम्बी रातें देख के हम थर्राए हैं
माजिद-अल-बाक़री
ग़ज़ल
बुलबुल को बाग़बाँ से न सय्याद से गिला
क़िस्मत में क़ैद लिक्खी थी फ़स्ल-ए-बहार में
बहादुर शाह ज़फ़र
ग़ज़ल
मुद्दतों बा'द उस ने आज मुझ से कोई गिला किया
मंसब-ए-दिलबरी पे क्या मुझ को बहाल कर दिया