आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "बाइस"
नज़्म के संबंधित परिणाम "बाइस"
नज़्म
इसी बाइस मैं हूँ अम्बोह की लज़्ज़त से बे-माया
मगर तुम इक दो-पाया रास्त क़ामत हो के दिखलाना
जौन एलिया
नज़्म
वतन से रुख़्सत-ए-'सिद्धार्थ' 'राम' का बन-बास
वफ़ा के ब'अद भी 'सीता' की वो जिला-वतनी
फ़िराक़ गोरखपुरी
नज़्म
मेरी ने'मत मेरी दौलत है वही इक मेहरबाँ
बाइस-ए-रहमत है वो मेरे लिए जन्नत-निशाँ