आपकी खोज से संबंधित
परिणाम ".azn"
नज़्म के संबंधित परिणाम ".azn"
नज़्म
जब भी साक़ी ने सुराही को दिया इज़्न-ए-ख़िराम
बज़्म की बज़्म पुकारेगी कि आग़ाज़ में तू
अहमद फ़राज़
नज़्म
नई सहर चाहती है ख़्वाबों की बज़्म में इज़्न-ए-बारयाबी
ये तीरगी का हुजूम कब तक ये यास का अज़दहाम कब तक
कैफ़ी आज़मी
नज़्म
तर्क-ए-उफ़्तादा को तू ने ही दिया इज़्न-ए-ख़िराम
तेरे ही हाथों ने छलकाए हैं आज़ादी के जाम
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
हिसार उन का हर आफ़त और मुसीबत से बचाता है
उन्ही के हिफ़्ज़ से होती रही मुश्किल-कुशाई और मसीहाई
शहनाज़ परवीन शाज़ी
नज़्म
मुझ से इज़्ज़त-दार डरते हैं मैं हूँ इज़्ज़त-मआब
''ईं कि मी बीनम ब बेदारीसत यारब या ब ख़्वाब''
सय्यद मोहम्मद जाफ़री
नज़्म
कई फ़साने जो अन-कहे थे कई तसव्वुर जो बे-ज़बाँ थे
हज़ार आलम नशात ओ ग़म के जो पहले ना-क़ाबिल-ए-बयाँ थे
मख़मूर सईदी
नज़्म
खुला है मय-कदे का दर और इज़्न-ए-आम है सब को
वहाँ पर आज रिंदों की क़तार अंदर क़तार आई