आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "andaliib"
नज़्म के संबंधित परिणाम "andaliib"
नज़्म
गाएँगे हुब्ब-ए-वतन के राग लाखों अंदलीब
और मिल जाएँगे अमराज़-ए-सियासत के तबीब
प्रेम लाल शिफ़ा देहलवी
नज़्म
दिलों की बे-क़रारी का यही ले कर क़रार आई
ख़ुशा-क़िस्मत चमन में अंदलीब-ए-नग़्मा-बार आई
सुदर्शन कुमार वुग्गल
नज़्म
तिरा गुम-गश्ता बादल हूँ समंद-ए-बाद-पा हूँ मैं
तिरी मौज-ओ-क़लम हूँ अंदलीब-ए-बा-वफ़ा हूँ मैं
हसन समी क़ैस
नज़्म
ऐ अंदलीब-ए-गुलशन मैं हूँ तिरा फ़िदाई
इस सौत-ए-जाँ-फ़ज़ा की अल्लह रे दिल-रुबाई
मास्टर बासित बिस्वानी
नज़्म
उड़ा ली क़ुमरियों ने तूतियों ने अंदलीबों ने
चमन वालों ने मिल कर लूट ली तर्ज़-ए-फ़ुग़ाँ मेरी
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
आओ मिल कर इंक़लाब-ए-ताज़ा-तर पैदा करें
दहर पर इस तरह छा जाएँ कि सब देखा करें
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
देखे हैं इस से बढ़ के ज़माने ने इंक़लाब
जिन से कि ब-गुनाहों की उम्रें हुईं ख़राब
चकबस्त बृज नारायण
नज़्म
करोड़ों बच्चों का ये देस अब जनाज़ा है
हम इंक़लाब के ख़तरों से ख़ूब वाक़िफ़ हैं