आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "be-kafan"
नज़्म के संबंधित परिणाम "be-kafan"
नज़्म
कुछ कम नहीं अजल से ख़्वाब-ए-गिराँ हमारा
इक लाश-ए-बे-कफ़न है हिन्दोस्तान हमारा
चकबस्त बृज नारायण
नज़्म
कुछ कम नहीं अज़ल से ख़्वाब-ए-गिराँ हमारा
इक लाश-ए-बे-कफ़न है हिन्दोस्ताँ हमारा
चकबस्त बृज नारायण
नज़्म
इस मुफ़्लिसी की ख़्वारियाँ क्या क्या कहूँ मैं हाए
मुर्दे को बे कफ़न के गड़ाती है मुफ़्लिसी
नज़ीर अकबराबादी
नज़्म
पस-ए-मर्ग ख़ाक हुए बदन वो कफ़न में हों कि हों बे-कफ़न
न मिरी लहद कोई और है न तिरी चिता कोई और है