आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "bilaa"
नज़्म के संबंधित परिणाम "bilaa"
नज़्म
शेर की ख़ाला बिल्ली उस को क्या क्या सबक़ पढाती है
खम्बा नोचने लगती है बेचारी जब खिसियाती है
जमील उस्मान
नज़्म
रख तो ली बात तिरी अब न कभी बोलूँगा
अब न होंटों पे बिला-वज्ह हँसी छाएगी
विनोद कुमार त्रिपाठी बशर
नज़्म
शायद सरकार ने नौ सौ पर फ़ौरन शिमले बुलवाया है
अम्मी ने कहा जब कुछ भी नहीं इक बिल्ला चूहा लाया है
अहमद नदीम क़ासमी
नज़्म
अहमद हमेश
नज़्म
दुनिया की इल्ला-बिल्ला ठसी पड़ी है मुझ में
हाँ कुछ काम की चीज़ें भी हैं इस कबाड़-ख़ाने में