आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "giraftaar"
नज़्म के संबंधित परिणाम "giraftaar"
नज़्म
अंजुम-ए-कम-ज़ौ गिरफ़्तार-ए-तिलिस्म-ए-माहताब
देखता क्या हूँ कि वो पैक-ए-जहाँ-पैमा ख़िज़्र
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
ज़र-परस्तों से हैं बद-दिल मिरी दुनिया के ग़रीब
हैं गिरफ़्तार-ए-सलासिल मिरी दुनिया के ग़रीब
शकील बदायूनी
नज़्म
मैं ने जो ज़ुल्म कभी तुझ से रवा रक्खा था
आज उसी ज़ुल्म के फंदे में गिरफ़्तार हूँ मैं
क़तील शिफ़ाई
नज़्म
हिन्दू हों कि मुस्लिम हैं गिरफ़्तार इसी के
वाबस्ता हैं सब जिस से वो ज़ंजीर यही है
अर्श मलसियानी
नज़्म
ख़ुद को दिल थाम के मुर्ग़ान-ए-गिरफ़्तार कहो
रात को उस के तबस्सुम से लिपट कर सो जाओ
मुस्तफ़ा ज़ैदी
नज़्म
ख़ूगर-ए-नाला-ए-लज़्ज़त-कश-ए-आवाज़ हूँ मैं
दाम-ए-तूफ़ान-ए-हवादिस में गिरफ़्तार हूँ मैं
शकील बदायूनी
नज़्म
आज भी पढ़ के कलाम आप का हैरत में हैं सब
ज़ुल्फ़-ए-उर्दू में गिरफ़्तार थे मिर्ज़ा ग़ालिब