aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "jaoon to kahan jaoon vishnupada sethi ebooks"
तुम ने मुझ सेकोई इक़रार-ए-रिफ़ाक़त न किया
ज़माने की मैली आँख नेमुझे धुँदला दिया
डॉज के नाम से जानाँ तुझे उल्फ़त ही सहीडॉज होटल से तुझे ख़ास अक़ीदत ही सही
एक शाइ'रऔर ज़ियादा शाइ'र होने में
कोई हज्जाम की दूकाँ पे आयाऔर इक बच्चे को अपने साथ लाया
गिद्धों के हरकारे नेराजा को बताया
आता है याद मुझ को गुज़रा हुआ ज़मानावो बाग़ की बहारें वो सब का चहचहाना
इक मौसम मिरे दिल के अंदरइक मौसम मिरे बाहर
ऐ हूर-ए-जिनाँ जान-ए-चमन रूह-ए-नज़ाराऐ पैकर-ए-अनवार-ओ-दिल-आवेज़ दिल-आरा
आज तन्हाई ने थोड़ा सा दिलासा जो दियाकितने रूठे हुए साथी मुझे याद आए हैं
कितने दिन में आए हो साथीमेरे सोते भाग जगाने
कभी बचपन में जो पढ़ते थे परियों की कहानी मेंपरी कोई तिलस्माती असर से
धुआँ-धार तक़रीर जिस ने अभी की थी वो आदमी हैजो लफ़्ज़ों के पुल बाँधता है
कोई मुझ को दौर-ए-ज़मान-ओ-मकाँ से निकलने की सूरत बता दोकोई ये सुझा दो कि हासिल है क्या हस्ती-ए-राएगाँ से
मंज़ूम कहानीहामिद था मदरसे का इक होनहार बच्चा
ख़याबान-ए-सादी मेंरूसी किताबों की दुक्कान पर हम खड़े थे
जब आदमी के हाल पे आती है मुफ़्लिसीकिस किस तरह से उस को सताती है मुफ़्लिसी
(1)ऐ सब से अव्वल और आख़िर
लोग हम से रोज़ कहते हैं ये आदत छोड़िएये तिजारत है ख़िलाफ़-ए-आदमियत छोड़िए
1बिछी हुई है बिसात कब से
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books