आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "laalii.n"
नज़्म के संबंधित परिणाम "laalii.n"
नज़्म
लब-ए-लालीं पे लाखा है न रुख़्सारों पे ग़ाज़ा है
जबीं-ए-नूर-अफ़्शाँ पर न झूमर है न टीका है
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
मज़हब-ए-इश्क़ में जाएज़ है यक़ीनन जाएज़
चूम लूँ मैं लब-ए-लालीं भी अगर आज की रात
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
मुझे पीने दे पीने दे कि तेरे जाम-ए-लालीँ में
अभी कुछ और है कुछ और है कुछ और है साक़ी
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
अहमरीं साग़र, लब-ए-ल'अलीं, निगाहें मय-फ़रोश
हर तरफ़ है एक मस्ती, हर तरफ़ है इक ख़रोश