आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "nihaa.n"
नज़्म के संबंधित परिणाम "nihaa.n"
नज़्म
अख़्तर शीरानी
नज़्म
आश्कारा है ये अपनी क़ुव्वत-ए-तस्ख़ीर से
गरचे इक मिट्टी के पैकर में निहाँ है ज़िंदगी
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
स्याह-ख़ाना-ए-दुनिया की ज़ुल्मतें हैं दो-रंग
निहाँ है सुब्ह-ए-असीरी में शाम-ए-आज़ादी
फ़िराक़ गोरखपुरी
नज़्म
ख़ून-ए-दिल में है निहाँ शोला-ए-सद-रंग-ए-बहार
इस गुलिस्ताँ में हैं इस राज़ के महरम कितने
जाँ निसार अख़्तर
नज़्म
तिरे न आने तक अगरचे मेहरबाँ था इक जहाँ
मैं रो के रह गया हूँ सौ ग़म-ए-निहाँ लिए हुए