आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "nimaT"
नज़्म के संबंधित परिणाम "nimaT"
नज़्म
सलमान हैदर
नज़्म
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
और तन में नीमा शबनम का हो जिस में ख़स का इत्र लगा
छिड़काव हुआ हो पानी का और ख़ूब पलंग भी हो भीगा
नज़ीर अकबराबादी
नज़्म
वैसे मुश्किल है किसी पर भी ये नेमत करना
फिर भी मुमकिन हो तो ता-उम्र मोहब्बत करना
बालमोहन पांडेय
नज़्म
अर्ज़-ए-मतलब से झिजक जाना नहीं ज़ेबा तुझे
नेक है निय्यत अगर तेरी तो क्या पर्वा तुझे
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
बदल डाला है ऐसा मग़रिबी तहज़ीब ने हम को
मज़ाक़-ए-ख़वान-ए-निअमत और तर्ज़-ए-पैरहन बदला