आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "upje"
नज़्म के संबंधित परिणाम "upje"
नज़्म
ख़ुशियों की बौछार जो पल्टी ग़म का मुखड़ा धुल सा गया है
सावन मास ख़ज़ाने उपजे सर से पाँव तलक हरयाई
सलाहुद्दीन परवेज़
नज़्म
चाहते सब हैं कि हों औज-ए-सुरय्या पे मुक़ीम
पहले वैसा कोई पैदा तो करे क़ल्ब-ए-सलीम
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
गुल करो शमएँ बढ़ा दो मय ओ मीना ओ अयाग़
अपने बे-ख़्वाब किवाड़ों को मुक़फ़्फ़ल कर लो