Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Allama Iqbal's Photo'

अल्लामा इक़बाल

1877 - 1938 | लाहौर, पाकिस्तान

महान उर्दू शायर, पाकिस्तान के राष्ट्र-कवि जिन्होंने 'सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा' और 'लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी' जैसे गीतों की रचना की

महान उर्दू शायर, पाकिस्तान के राष्ट्र-कवि जिन्होंने 'सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा' और 'लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी' जैसे गीतों की रचना की

अल्लामा इक़बाल के वीडियो

This video is playing from YouTube

वीडियो का सेक्शन
शायरी वीडियो

अल्लामा इक़बाल

Mohd. Iqbal - Zubaan-e-Ishq

मुज़फ्फर अली

वीडियो का सेक्शन
अन्य वीडियो

ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

अज्ञात

मक़सूद अली ख़ान

उमैर मंज़र

फ़रीदा ख़ानम

फ़रीदा ख़ानम

ज़िया मोहीउद्दीन

ज़िया मोहीउद्दीन

aarzoo hai ke nazar aai Mera Mah-e-tamam

aarzoo hai ke nazar aai Mera Mah-e-tamam ग़ुलाम अली

Allama Iqbal

Allama Iqbal ज़िया मोहीउद्दीन

Allama Iqbal Urdu & Farsi Nazam

Allama Iqbal Urdu & Farsi Nazam अज्ञात

Apna maqaam paida kar

Apna maqaam paida kar राहत फ़तह अली

Jawab-e-Khizr

Jawab-e-Khizr ग़ुलाम अली

Reading a poetry by Allama Iqbal

Reading a poetry by Allama Iqbal ज़िया मोहीउद्दीन

shikwa jawab-e-shikwa

shikwa jawab-e-shikwa टीना सानी

Yeh gumbad-e-minayi yeh alam-e-tanhai

Yeh gumbad-e-minayi yeh alam-e-tanhai मलिका पुखराज

अनोखी वज़्अ है सारे ज़माने से निराले हैं

अनोखी वज़्अ है सारे ज़माने से निराले हैं ज़िया मोहीउद्दीन

अफ़्लाक से आता है नालों का जवाब आख़िर

अफ़्लाक से आता है नालों का जवाब आख़िर ज़िया मोहीउद्दीन

अमीन-ए-राज़ है मर्दान-ए-हूर की दरवेशी

अमीन-ए-राज़ है मर्दान-ए-हूर की दरवेशी ज़िया मोहीउद्दीन

इबलीस का फ़रमान अपने सियासी फ़रज़न्दों के नाम

इबलीस का फ़रमान अपने सियासी फ़रज़न्दों के नाम ज़िया मोहीउद्दीन

इबलीस की मजलिस-ए-शूरा

इबलीस की मजलिस-ए-शूरा ज़िया मोहीउद्दीन

इलाही अक़्ल ख़जिस्ता पे को ज़रा सी दिवानगी सिखा दे

इलाही अक़्ल ख़जिस्ता पे को ज़रा सी दिवानगी सिखा दे ज़िया मोहीउद्दीन

एक आरज़ू

एक आरज़ू ज़िया मोहीउद्दीन

एक नौ-जवान के नाम

एक नौ-जवान के नाम ज़िया मोहीउद्दीन

एक पहाड़ और गिलहरी

एक पहाड़ और गिलहरी ज़िया मोहीउद्दीन

औरत

औरत ज़िया मोहीउद्दीन

कभी ऐ हक़ीक़त-ए-मुंतज़र नज़र आ लिबास-ए-मजाज़ में

कभी ऐ हक़ीक़त-ए-मुंतज़र नज़र आ लिबास-ए-मजाज़ में ज़िया मोहीउद्दीन

कमाल-ए-तर्क नहीं आब-ओ-गिल से महजूरी

कमाल-ए-तर्क नहीं आब-ओ-गिल से महजूरी ज़िया मोहीउद्दीन

क्या कहूँ अपने चमन से मैं जुदा क्यूँकर हुआ

क्या कहूँ अपने चमन से मैं जुदा क्यूँकर हुआ ज़िया मोहीउद्दीन

कुशादा दस्त-ए-करम जब वो बे-नियाज़ करे

कुशादा दस्त-ए-करम जब वो बे-नियाज़ करे ज़िया मोहीउद्दीन

कहूँ क्या आरज़ू-ए-बे-दिली मुझ को कहाँ तक है

कहूँ क्या आरज़ू-ए-बे-दिली मुझ को कहाँ तक है ज़िया मोहीउद्दीन

की हक़ से फ़रिश्तों ने 'इक़बाल' की ग़म्माज़ी

की हक़ से फ़रिश्तों ने 'इक़बाल' की ग़म्माज़ी ज़िया मोहीउद्दीन

ख़ुदी हो इल्म से मोहकम तो ग़ैरत-ए-जिब्रील

ख़ुदी हो इल्म से मोहकम तो ग़ैरत-ए-जिब्रील ज़िया मोहीउद्दीन

ख़िताब ब-जवानान-ए-इस्लाम

ख़िताब ब-जवानान-ए-इस्लाम ज़िया मोहीउद्दीन

ख़िरद-मंदों से क्या पूछूँ कि मेरी इब्तिदा क्या है

ख़िरद-मंदों से क्या पूछूँ कि मेरी इब्तिदा क्या है ज़िया मोहीउद्दीन

गरचे तू ज़िंदानी-ए-अस्बाब है

गरचे तू ज़िंदानी-ए-अस्बाब है ज़िया मोहीउद्दीन

गर्म-ए-फ़ुग़ाँ है जरस उठ कि गया क़ाफ़िला

गर्म-ए-फ़ुग़ाँ है जरस उठ कि गया क़ाफ़िला ज़िया मोहीउद्दीन

गुलज़ार-ए-हस्त-ओ-बूद न बेगाना-वार देख

गुलज़ार-ए-हस्त-ओ-बूद न बेगाना-वार देख नाशनास

चमक तेरी अयाँ बिजली में आतिश में शरारे में

चमक तेरी अयाँ बिजली में आतिश में शरारे में ज़िया मोहीउद्दीन

जुगनू की रौशनी है काशाना-ए-चमन में

जुगनू की रौशनी है काशाना-ए-चमन में अज्ञात

ज़माना आया है बे-हिजाबी का आम दीदार-ए-यार होगा

ज़माना आया है बे-हिजाबी का आम दीदार-ए-यार होगा ज़िया मोहीउद्दीन

ज़माना देखेगा जब मिरे दिल से महशर उठेगा गुफ़्तुगू का

ज़माना देखेगा जब मिरे दिल से महशर उठेगा गुफ़्तुगू का ज़िया मोहीउद्दीन

जवाब-ए-शिकवा

जवाब-ए-शिकवा अज्ञात

ज़ाहिर की आँख से न तमाशा करे कोई

ज़ाहिर की आँख से न तमाशा करे कोई ज़िया मोहीउद्दीन

ज़ाहिर की आँख से न तमाशा करे कोई

ज़ाहिर की आँख से न तमाशा करे कोई ज़िया मोहीउद्दीन

ज़िंदगी इंसाँ की इक दम के सिवा कुछ भी नहीं

ज़िंदगी इंसाँ की इक दम के सिवा कुछ भी नहीं ज़िया मोहीउद्दीन

जिन्हें मैं ढूँढता था आसमानों में ज़मीनों में

जिन्हें मैं ढूँढता था आसमानों में ज़मीनों में जगजीत सिंह

जिब्रईल-ओ-इबलीस

जिब्रईल-ओ-इबलीस शम्सुर रहमान फ़ारूक़ी

जिब्रईल-ओ-इबलीस

जिब्रईल-ओ-इबलीस ज़िया मोहीउद्दीन

ज़ौक़ ओ शौक़

ज़ौक़ ओ शौक़ ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

ढूँड रहा है फ़रंग ऐश जहाँ का दवाम

ढूँड रहा है फ़रंग ऐश जहाँ का दवाम ज़िया मोहीउद्दीन

तराना-ए-मिल्ली

तराना-ए-मिल्ली ज़िया मोहीउद्दीन

तह-ए-दाम भी ग़ज़ल आश्ना रहे ताइरान-ए-चमन तो क्या

तह-ए-दाम भी ग़ज़ल आश्ना रहे ताइरान-ए-चमन तो क्या ज़िया मोहीउद्दीन

ताज़ा फिर दानिश-ए-हाज़िर ने किया सेहर-ए-क़दीम

ताज़ा फिर दानिश-ए-हाज़िर ने किया सेहर-ए-क़दीम ज़िया मोहीउद्दीन

तालिब-इल्म

तालिब-इल्म ज़िया मोहीउद्दीन

तिरे इश्क़ की इंतिहा चाहता हूँ

तिरे इश्क़ की इंतिहा चाहता हूँ ज़िया मोहीउद्दीन

तिरे इश्क़ की इंतिहा चाहता हूँ

तिरे इश्क़ की इंतिहा चाहता हूँ ताहिरा सैयद

था जहाँ मदरसा-ए-शीरी-ओ-शाहंशाही

था जहाँ मदरसा-ए-शीरी-ओ-शाहंशाही ज़िया मोहीउद्दीन

दिल सोज़ से ख़ाली है निगह पाक नहीं है

दिल सोज़ से ख़ाली है निगह पाक नहीं है ज़िया मोहीउद्दीन

न तू ज़मीं के लिए है न आसमाँ के लिए

न तू ज़मीं के लिए है न आसमाँ के लिए ज़िया मोहीउद्दीन

ने मोहरा बाक़ी ने मोहरा-बाज़ी

ने मोहरा बाक़ी ने मोहरा-बाज़ी ज़िया मोहीउद्दीन

न हो तुग़्यान-ए-मुश्ताक़ी तो मैं रहता नहीं बाक़ी

न हो तुग़्यान-ए-मुश्ताक़ी तो मैं रहता नहीं बाक़ी ज़िया मोहीउद्दीन

नमाज़

नमाज़ हमीद नसीम

नाला है बुलबुल-ए-शोरीदा तिरा ख़ाम अभी

नाला है बुलबुल-ए-शोरीदा तिरा ख़ाम अभी राहत फ़तह अली

निगाह-ए-फ़क़्र में शान-ए-सिकंदरी क्या है

निगाह-ए-फ़क़्र में शान-ए-सिकंदरी क्या है ज़िया मोहीउद्दीन

पूछ उस से कि मक़्बूल है फ़ितरत की गवाही

पूछ उस से कि मक़्बूल है फ़ितरत की गवाही अज्ञात

पर्दा चेहरे से उठा अंजुमन-आराई कर

पर्दा चेहरे से उठा अंजुमन-आराई कर ज़िया मोहीउद्दीन

परिंदे की फ़रियाद

परिंदे की फ़रियाद ज़िया मोहीउद्दीन

फ़रमान-ए-ख़ुदा

फ़रमान-ए-ख़ुदा ज़िया मोहीउद्दीन

फ़ितरत को ख़िरद के रू-ब-रू कर

फ़ितरत को ख़िरद के रू-ब-रू कर ज़मर्रुद बानो

फिर चराग़-ए-लाला से रौशन हुए कोह ओ दमन

फिर चराग़-ए-लाला से रौशन हुए कोह ओ दमन ज़िया मोहीउद्दीन

फिर बाद-ए-बहार आई इक़बाल ग़ज़ल-ख़्वाँ हो

फिर बाद-ए-बहार आई इक़बाल ग़ज़ल-ख़्वाँ हो ज़िया मोहीउद्दीन

मजनूँ ने शहर छोड़ा तो सहरा भी छोड़ दे

मजनूँ ने शहर छोड़ा तो सहरा भी छोड़ दे ज़िया मोहीउद्दीन

मताअ'-ए-बे-बहा है दर्द-ओ-सोज़ आरज़ू मंदी

मताअ'-ए-बे-बहा है दर्द-ओ-सोज़ आरज़ू मंदी ज़िया मोहीउद्दीन

मस्जिद-ए-क़ुर्तुबा

मस्जिद-ए-क़ुर्तुबा ज़िया मोहीउद्दीन

मिरी नवा से हुए ज़िंदा आरिफ़ ओ आमी

मिरी नवा से हुए ज़िंदा आरिफ़ ओ आमी ज़िया मोहीउद्दीन

मिलेगा मंज़िल-ए-मक़्सूद का उसी को सुराग़

मिलेगा मंज़िल-ए-मक़्सूद का उसी को सुराग़ अज्ञात

मीर-ए-सिपाह ना-सज़ा लश्करियाँ शिकस्ता सफ़

मीर-ए-सिपाह ना-सज़ा लश्करियाँ शिकस्ता सफ़ ज़िया मोहीउद्दीन

ये कौन ग़ज़ल-ख़्वाँ है पुर-सोज़ ओ नशात-अंगेज़

ये कौन ग़ज़ल-ख़्वाँ है पुर-सोज़ ओ नशात-अंगेज़ ज़िया मोहीउद्दीन

यूँ तो ऐ बज़्म-ए-जहाँ दिल-कश थे हँगामे तिरे

यूँ तो ऐ बज़्म-ए-जहाँ दिल-कश थे हँगामे तिरे ज़िया मोहीउद्दीन

ये दैर-ए-कुहन क्या है अम्बार-ए-ख़स-ओ-ख़ाशाक

ये दैर-ए-कुहन क्या है अम्बार-ए-ख़स-ओ-ख़ाशाक ज़िया मोहीउद्दीन

ये हूरयान-ए-फ़रंगी दिल ओ नज़र का हिजाब

ये हूरयान-ए-फ़रंगी दिल ओ नज़र का हिजाब ज़िया मोहीउद्दीन

यूँ हाथ नहीं आता वो गौहर-ए-यक-दाना

यूँ हाथ नहीं आता वो गौहर-ए-यक-दाना ज़िया मोहीउद्दीन

या रब ये जहान-ए-गुज़राँ ख़ूब है लेकिन

या रब ये जहान-ए-गुज़राँ ख़ूब है लेकिन अज्ञात

रूह-ए-अर्ज़ी आदम का इस्तिक़बाल करती है

रूह-ए-अर्ज़ी आदम का इस्तिक़बाल करती है ज़िया मोहीउद्दीन

रहा न हल्क़ा-ए-सूफ़ी में सोज़-ए-मुश्ताक़ी

रहा न हल्क़ा-ए-सूफ़ी में सोज़-ए-मुश्ताक़ी ज़िया मोहीउद्दीन

लेनिन

लेनिन ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

ला फिर इक बार वही बादा ओ जाम ऐ साक़ी

ला फिर इक बार वही बादा ओ जाम ऐ साक़ी ज़िया मोहीउद्दीन

ला-इलाहा-इल्लल्लाह

ला-इलाहा-इल्लल्लाह शफ़क़त अमानत अली

लाऊँ वो तिनके कहीं से आशियाने के लिए

लाऊँ वो तिनके कहीं से आशियाने के लिए ज़िया मोहीउद्दीन

वतनियत

वतनियत ज़िया मोहीउद्दीन

वो हर्फ़-ए-राज़ कि मुझ को सिखा गया है जुनूँ

वो हर्फ़-ए-राज़ कि मुझ को सिखा गया है जुनूँ मेहदी हसन

शुऊर ओ होश ओ ख़िरद का मोआमला है अजीब

शुऊर ओ होश ओ ख़िरद का मोआमला है अजीब ज़िया मोहीउद्दीन

समा सकता नहीं पहना-ए-फ़ितरत में मिरा सौदा

समा सकता नहीं पहना-ए-फ़ितरत में मिरा सौदा अज्ञात

साक़ी-नामा

साक़ी-नामा ज़िया मोहीउद्दीन

है याद मुझे नुक्ता-ए-सलमान-ए-ख़ुश-आहंग

है याद मुझे नुक्ता-ए-सलमान-ए-ख़ुश-आहंग ज़िया मोहीउद्दीन

हुआ न ज़ोर से उस के कोई गरेबाँ चाक

हुआ न ज़ोर से उस के कोई गरेबाँ चाक ज़िया मोहीउद्दीन

हमदर्दी

हमदर्दी ज़िया मोहीउद्दीन

हर इक मक़ाम से आगे गुज़र गया मह-ए-नौ

हर इक मक़ाम से आगे गुज़र गया मह-ए-नौ ज़िया मोहीउद्दीन

हादसा वो जो अभी पर्दा-ए-अफ़्लाक में है

हादसा वो जो अभी पर्दा-ए-अफ़्लाक में है मेहदी हसन

मोहम्मद अली

अक़्ल गो आस्ताँ से दूर नहीं

अक़्ल गो आस्ताँ से दूर नहीं अज्ञात

अक़्ल गो आस्ताँ से दूर नहीं

अक़्ल गो आस्ताँ से दूर नहीं अज्ञात

अफ़्लाक से आता है नालों का जवाब आख़िर

अफ़्लाक से आता है नालों का जवाब आख़िर सलमान गनी

असर करे न करे सुन तो ले मिरी फ़रियाद

असर करे न करे सुन तो ले मिरी फ़रियाद अज्ञात

इक दानिश-ए-नूरानी इक दानिश-ए-बुरहानी

इक दानिश-ए-नूरानी इक दानिश-ए-बुरहानी अज्ञात

एजाज़ है किसी का या गर्दिश-ए-ज़माना

एजाज़ है किसी का या गर्दिश-ए-ज़माना तरन्नुम नाज़

कभी ऐ हक़ीक़त-ए-मुंतज़र नज़र आ लिबास-ए-मजाज़ में

कभी ऐ हक़ीक़त-ए-मुंतज़र नज़र आ लिबास-ए-मजाज़ में अज्ञात

कभी ऐ हक़ीक़त-ए-मुंतज़र नज़र आ लिबास-ए-मजाज़ में

कभी ऐ हक़ीक़त-ए-मुंतज़र नज़र आ लिबास-ए-मजाज़ में अज्ञात

कभी ऐ हक़ीक़त-ए-मुंतज़र नज़र आ लिबास-ए-मजाज़ में

कभी ऐ हक़ीक़त-ए-मुंतज़र नज़र आ लिबास-ए-मजाज़ में ग़ुलाम अली

ख़ुदी की शोख़ी ओ तुंदी में किब्र-ओ-नाज़ नहीं

ख़ुदी की शोख़ी ओ तुंदी में किब्र-ओ-नाज़ नहीं नोमान शौक़

ख़ुदी वो बहर है जिस का कोई किनारा नहीं

ख़ुदी वो बहर है जिस का कोई किनारा नहीं अज्ञात

ख़िज़्र-ए-राह

ख़िज़्र-ए-राह ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

ख़िरद के पास ख़बर के सिवा कुछ और नहीं

ख़िरद के पास ख़बर के सिवा कुछ और नहीं अज्ञात

ख़िरद के पास ख़बर के सिवा कुछ और नहीं

ख़िरद के पास ख़बर के सिवा कुछ और नहीं विठल राव

गेसू-ए-ताबदार को और भी ताबदार कर

गेसू-ए-ताबदार को और भी ताबदार कर अज्ञात

गेसू-ए-ताबदार को और भी ताबदार कर

गेसू-ए-ताबदार को और भी ताबदार कर फ़रीहा परवेज़

जब इश्क़ सिखाता है आदाब-ए-ख़ुद-आगाही

जब इश्क़ सिखाता है आदाब-ए-ख़ुद-आगाही अज्ञात

जावेद के नाम

जावेद के नाम नुसरत फ़तह अली ख़ान

जिब्रईल-ओ-इबलीस

जिब्रईल-ओ-इबलीस ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

ज़ौक़ ओ शौक़

ज़ौक़ ओ शौक़ मेहदी हसन

तू अभी रहगुज़र में है क़ैद-ए-मक़ाम से गुज़र

तू अभी रहगुज़र में है क़ैद-ए-मक़ाम से गुज़र जव्वाद अहमद

तू ऐ असीर-ए-मकाँ ला-मकाँ से दूर नहीं

तू ऐ असीर-ए-मकाँ ला-मकाँ से दूर नहीं आबिदा परवीन

तुझे याद क्या नहीं है मिरे दिल का वो ज़माना

तुझे याद क्या नहीं है मिरे दिल का वो ज़माना ज़मर्रुद बानो

तुझे याद क्या नहीं है मिरे दिल का वो ज़माना

तुझे याद क्या नहीं है मिरे दिल का वो ज़माना ख़ुर्शीद बेगम

तराना-ए-हिन्दी

तराना-ए-हिन्दी अज्ञात

तराना-ए-हिन्दी

तराना-ए-हिन्दी लता मंगेशकर

तुलू-ए-इस्लाम

तुलू-ए-इस्लाम ग़ुलाम अली

तस्वीर-ए-दर्द

तस्वीर-ए-दर्द अज्ञात

तारिक़ की दुआ

तारिक़ की दुआ अज्ञात

तिरे इश्क़ की इंतिहा चाहता हूँ

तिरे इश्क़ की इंतिहा चाहता हूँ अज्ञात

तिरे इश्क़ की इंतिहा चाहता हूँ

तिरे इश्क़ की इंतिहा चाहता हूँ ताहिरा सैयद

दिगर-गूँ है जहाँ तारों की गर्दिश तेज़ है साक़ी

दिगर-गूँ है जहाँ तारों की गर्दिश तेज़ है साक़ी अली रज़ा

न आते हमें इस में तकरार क्या थी

न आते हमें इस में तकरार क्या थी अज्ञात

न तू ज़मीं के लिए है न आसमाँ के लिए

न तू ज़मीं के लिए है न आसमाँ के लिए मक़सूद अली ख़ान

न तू ज़मीं के लिए है न आसमाँ के लिए

न तू ज़मीं के लिए है न आसमाँ के लिए मसूद राणा

न तू ज़मीं के लिए है न आसमाँ के लिए

न तू ज़मीं के लिए है न आसमाँ के लिए अज्ञात

न तख़्त-ओ-ताज में ने लश्कर-ओ-सिपाह में है

न तख़्त-ओ-ताज में ने लश्कर-ओ-सिपाह में है अज्ञात

नया शिवाला

नया शिवाला अब्दुल अहद साज़

निगाह-ए-फ़क़्र में शान-ए-सिकंदरी क्या है

निगाह-ए-फ़क़्र में शान-ए-सिकंदरी क्या है शौकत अली

परेशाँ हो के मेरी ख़ाक आख़िर दिल न बन जाए

परेशाँ हो के मेरी ख़ाक आख़िर दिल न बन जाए अज्ञात

फ़ितरत को ख़िरद के रू-ब-रू कर

फ़ितरत को ख़िरद के रू-ब-रू कर अज्ञात

फ़ितरत ने न बख़्शा मुझे अंदेशा-ए-चालाक

फ़ितरत ने न बख़्शा मुझे अंदेशा-ए-चालाक तरन्नुम नाज़

बच्चे की दुआ

बच्चे की दुआ विविध

बच्चे की दुआ

बच्चे की दुआ अली ज़फ़र

मकतबों में कहीं रानाई-ए-अफ़कार भी है

मकतबों में कहीं रानाई-ए-अफ़कार भी है ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

मजनूँ ने शहर छोड़ा तो सहरा भी छोड़ दे

मजनूँ ने शहर छोड़ा तो सहरा भी छोड़ दे अज्ञात

मुझे आह-ओ-फ़ुग़ान-ए-नीम-शब का फिर पयाम आया

मुझे आह-ओ-फ़ुग़ान-ए-नीम-शब का फिर पयाम आया हामिद अली ख़ान

मता-ए-बे-बहा है दर्द-ओ-सोज़-ए-आरज़ूमंदी

मता-ए-बे-बहा है दर्द-ओ-सोज़-ए-आरज़ूमंदी अज्ञात

मेरी नवा-ए-शौक़ से शोर हरीम-ए-ज़ात में

मेरी नवा-ए-शौक़ से शोर हरीम-ए-ज़ात में मोहम्मद अली

मुसलमाँ के लहू में है सलीक़ा दिल-नवाज़ी का

मुसलमाँ के लहू में है सलीक़ा दिल-नवाज़ी का अज्ञात

मार्च 1907

मार्च 1907 ज़िया मोहीउद्दीन

मिटा दिया मिरे साक़ी ने आलम-ए-मन-ओ-तू

मिटा दिया मिरे साक़ी ने आलम-ए-मन-ओ-तू अज्ञात

मोहब्बत

मोहब्बत ज़िया मोहीउद्दीन

ये पयाम दे गई है मुझे बाद-ए-सुब्ह-गाही

ये पयाम दे गई है मुझे बाद-ए-सुब्ह-गाही शफ़क़त अमानत अली

ला फिर इक बार वही बादा ओ जाम ऐ साक़ी

ला फिर इक बार वही बादा ओ जाम ऐ साक़ी मेहदी हसन

ला फिर इक बार वही बादा ओ जाम ऐ साक़ी

ला फिर इक बार वही बादा ओ जाम ऐ साक़ी ज़िया मोहीउद्दीन

वही मेरी कम-नसीबी वही तेरी बे-नियाज़ी

वही मेरी कम-नसीबी वही तेरी बे-नियाज़ी नय्यरा नूर

वालिदा मरहूमा की याद में

वालिदा मरहूमा की याद में ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

शिकवा

शिकवा नुसरत फ़तह अली ख़ान

शिकवा

शिकवा नुसरत फ़तह अली ख़ान

शिकवा

शिकवा नुसरत फ़तह अली ख़ान

शिकवा

शिकवा नुसरत फ़तह अली ख़ान

शिकवा

शिकवा नुसरत फ़तह अली ख़ान

शिकवा

शिकवा नुसरत फ़तह अली ख़ान

शिकवा

शिकवा ज़िया मोहीउद्दीन

सितारों से आगे जहाँ और भी हैं

सितारों से आगे जहाँ और भी हैं ज़िया मोहीउद्दीन

सितारों से आगे जहाँ और भी हैं

सितारों से आगे जहाँ और भी हैं अज्ञात

सितारों से आगे जहाँ और भी हैं

सितारों से आगे जहाँ और भी हैं राहत फ़तह अली

सीमा सहगल

सीमा सहगल सीमा सहगल

हज़ार ख़ौफ़ हो लेकिन ज़बाँ हो दिल की रफ़ीक़

हज़ार ख़ौफ़ हो लेकिन ज़बाँ हो दिल की रफ़ीक़ अज्ञात

हर शय मुसाफ़िर हर चीज़ राही

हर शय मुसाफ़िर हर चीज़ राही समीना ज़ाहिद

हिन्दुस्तानी बच्चों का क़ौमी गीत

हिन्दुस्तानी बच्चों का क़ौमी गीत अज्ञात

तराना-ए-हिन्दी

तराना-ए-हिन्दी विविध

परेशाँ हो के मेरी ख़ाक आख़िर दिल न बन जाए

परेशाँ हो के मेरी ख़ाक आख़िर दिल न बन जाए मेहदी हसन

शायरी वीडियो

अन्य वीडियो

Recitation

Jashn-e-Rekhta 10th Edition | 5-6-7 December Get Tickets Here

बोलिए