aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
मुआसिर समकालीन जीवन के गहन समीक्षक हैं। उन्होंने अपनी कविता में क्षणों और भावनाओं को क़ैद किया है, जो तीन प्रकाशित खंडों में फैली हुई है। उनके कार्यों को विभिन्न कलाकारों द्वारा गाया-दर्शाया गया है। उर्दू के संरक्षण के लिए समर्पित मुआसिर भाषा और शायरी के प्रचार व प्रसार के लिए तत्पर रहते हैं।
पेशे से वह 1995 से व्यापक अनुभवों के साथ एक कुशल शिक्षक-उद्यमी हैं। उन्होंने भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध एक अग्रणी कंपनी, सीएल एजुकेट, की स्थापना की। मुआसिर युवा उद्यमियों का मार्गदर्शन भी करते हैं और एशिया, अफ़्रीक़ा और उत्तरी अमेरिका में शिक्षा और उद्यमिता पर सरकारों और निगमों को सलाह देते हैं। वह सेंट स्टीफ़ंस कॉलेज, दिल्ली और भारतीय प्रबंधन संस्थान, बैंगलोर के पूर्व छात्र हैं।
Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi
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