दिल्ली के शायर और अदीब
कुल: 268
मुंशी मोहम्मद ज़काउल्लाह
मुंशी बिहारी लाल मुश्ताक़ देहलवी
मुनज़्ज़ह नूर
मुमताज़ मीरज़ा
मुमताज़ अहमद ख़ाँ
मुल्ला वाहिदी देहलवी
मुफ़्ती सदरुद्दीन आज़ुर्दा
मोमिन ख़ाँ मोमिन
ग़ालिब और ज़ौक़ के समकालीन। वह हकीम, ज्योतिषी और शतरंज के खिलाड़ी भी थे। कहा जाता है मिर्ज़ा ग़ालीब ने उनके शेर "तुम मेरे पास होते हो गोया, जब कोई दूसरा नही होता" पर अपना पूरा दीवान देने की बात कही थी
मोहम्मदी बेगम
मोहम्मद ज़ाकिर
मोहम्मद उस्मान फ़ारक़लीत
मोहम्मद शफ़ीक़
मोहम्मद इस्माईल पानीपति
मोहम्मद इफ़राहीम
मोहम्मद हुसैन आज़ाद
उर्दू के अनोखी शैली के गद्यकार और शायर. ‘आब-ए-हयात’ के रचनाकार. उर्दू में आधुनिक कविता के आन्दोलन के संस्थापकों में शामिल.
मोहम्मद असलम परवेज़
मोहम्मद अली ख़ाँ रश्की
मिर्ज़ा सलामत अली दबीर
मिर्ज़ा सज्जाद बेग देहेल्वी
मिर्ज़ा क़ादिर बख़्श साबिर देहलवी
मिर्ज़ा मोहम्मद हसन क़तील
मिर्ज़ा मायल देहलवी
उत्तर-क्लासिकी शायर, दाग़ देहलवी के रंग में शायरी के लिए मशहूर
मिर्ज़ा फ़रहतुल्लाह बेग
- जन्म : दिल्ली
मीनू बख़्शी
मेहवर नूरी
मीसम मिर्ज़ा
मिर्ज़ा जवाँ बख़्त जहाँदार
मुग़ल साम्राज्य के युवराज, शाह आलम सानी के बेटे
मीर नासिर अली देहल्वी
मीर मोहम्मदी बेदार
मीम अहमद एम ए
मज़हर अली ख़ान विला
मौलवी इमाम बख़श सहबाई
मौलवी एहतिशामुद्दीन हक़्क़ी देहलवी
मारूफ़ देहलवी
मंसूर नक़वी
- जन्म : दिल्ली
ममनून निज़ामुद्दीन
मख़मूर देहलवी
प्रतिष्ठित शायर, अपने शेर " मोहब्बत के लिए कुछ ख़ास दिल मख़सूस होते हैं " के लिए मशहूर