तन्हाई
तन्हाई चाय के ख़ाली कप हैं जिन्हें भरा जा सकता है
वो घर हैं जिन में बसेरा किया जा सकता है
वो राहें हैं जिन्हें दरयाफ़्त किया जा सकता है
वो फूल हैं जिन्हें तोड़ा जा सकता
उसे भरा जा सकता है
सिगरेट के धुएँ से मर्ग़ूले बनाते
किसी अजनबी से बे-तकान बातें करते या अपने प्यारों की याद में कहानियाँ लिखते
चाय ठंडी हो कर अपना लुत्फ़ खो देती है और तन्हाई रिफ़ाक़त में
सेहरे में लगा फूल महदूद है या जनाज़े में रखी पत्तियाँ
शाख़ फूल को आज़ाद रखती है
तन्हा आदमी कभी अकेला नहीं होता
तन्हाई और वुस'अत हम-मा'नी हैं
ये ताक़त रखती है आप की पसंदीदा अश्या को बे-मा'नी बनाने की
मा'मूली तोहफ़ों को अनमोल या मुद्दतों क़ब्ल बिछड़े हुओं को दिल के क़रीब लाने की
तन्हा रहना इत्तिफ़ाक़ नहीं इंतिख़ाब है
भीड़ में तन्हा रहा जा सकता है और तन्हाई में महफ़िल लगाई जा सकती है
आँखें बंद करते ज़मान-ओ-मकान की क़ैद से आज़ाद
ये इंसान का ख़ुदाई इख़्तियार है
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