Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Zia-ul-Haq Qasmi's Photo'

ज़ियाउल हक़ क़ासमी

पाकिस्तान

ज़ियाउल हक़ क़ासमी

ग़ज़ल 1

 

अशआर 11

मुझे अपनी बीवी पे फ़ख़्र है मुझे अपने साले पे नाज़ है

नहीं दोश दोनों का इस में कुछ मुझे डाँटता कोई और है

  • शेयर कीजिए

वो भरी बज़्म में कहती है मुझे अंकल-जी

डिप्लोमेसी है ये कैसी मिरी हम-साई की

  • शेयर कीजिए

मैं जिसे हीर समझता था वो राँझा निकला

बात निय्यत की नहीं बात है बीनाई की

  • शेयर कीजिए

मिरे रोब में तो वो गया मिरे सामने तो वो झुक गया

मुझे लात खा के हुई ख़बर मुझे पीटता कोई और है

  • शेयर कीजिए

मेरे ताया से वो हैं उम्र में दस साल बड़ी

घर के हर फ़र्द पे दहशत है मिरी ताई की

  • शेयर कीजिए

हास्य 23

पुस्तकें 16

Recitation

Jashn-e-Rekhta 10th Edition | 5-6-7 December Get Tickets Here

बोलिए