आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "'ka.nval'"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "'ka.nval'"
नज़्म
फ़रार
वो कँवल जिन को कभी उन के लिए खिलना था
उन की नज़रों से बहुत दूर भी खिल सकते हैं
साहिर लुधियानवी
नज़्म
परछाइयाँ
कि आरज़ू के कँवल खिल के फूल हो जाएँ
दिल-ओ-नज़र की दुआएँ क़ुबूल हो जाएँ
साहिर लुधियानवी
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "'ka.nval'"
अन्य परिणाम "'ka.nval'"
नज़्म
शिकस्त
बुझ चुके हैं मिरे सीने में मोहब्बत के कँवल
अब तिरे हुस्न-ए-पशीमाँ से मुझे क्या लेना
साहिर लुधियानवी
नज़्म
जुगनू
रचा सकी मिरी आँखों में जो न काजल भी
वो माँ जो मेरे लिए तितलियाँ पकड़ न सकी