आपकी खोज से संबंधित
परिणाम ",AVjn"
अत्यधिक संबंधित परिणाम ",avjn"
ग़ज़ल
नासिर काज़मी
नज़्म
मिरे हमदम मिरे दोस्त!
कैसे गुलचीं के लिए झुकती है ख़ुद शाख़-ए-गुलाब
किस तरह रात का ऐवान महक जाता है
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
पृष्ठ के संबंधित परिणाम ",avjn"
अन्य परिणाम ",avjn"
ग़ज़ल
हज़रत-ए-नासेह गर आवें दीदा ओ दिल फ़र्श-ए-राह
कोई मुझ को ये तो समझा दो कि समझावेंगे क्या
मिर्ज़ा ग़ालिब
नज़्म
वालिदा मरहूमा की याद में
मिस्ल-ए-ऐवान-ए-सहर मरक़द फ़रोज़ाँ हो तिरा
नूर से मामूर ये ख़ाकी शबिस्ताँ हो तिरा
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
अपनी मल्का-ए-सुख़न से
ऐ शम-ए-'जोश' ओ मशअ'ल-ए-ऐवान-ए-आरज़ू
ऐ मेहर-ए-नाज़ ओ माह-ए-शबिस्तान-ए-आरज़ू
जोश मलीहाबादी
नज़्म
नया जन्म
न कोई साँवले महबूब की यादों का अफ़्साना
न ऐवान-ए-ज़मिस्ताँ की तरफ़ जाने की कुछ ख़्वाहिश