आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "امن"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "امن"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "امن"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "امن"
नज़्म
वो सुब्ह कभी तो आएगी
दुनिया अम्न और ख़ुश-हाली के फूलों से सजाई जाएगी
वो सुब्ह हमीं से आएगी
साहिर लुधियानवी
ग़ज़ल
अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें
अहमद फ़राज़
नज़्म
दोस्ती का हाथ
न खिल सके किसी जानिब मोहब्बतों के गुलाब
न शाख़-ए-अम्न लिए फ़ाख़्ता कोई आई
अहमद फ़राज़
नज़्म
मगर ज़ुल्म के ख़िलाफ़
हम अम्न चाहते हैं मगर ज़ुल्म के ख़िलाफ़
गर जंग लाज़मी है तो फिर जंग ही सही
साहिर लुधियानवी
नज़्म
तू हिन्दू बनेगा न मुसलमान बनेगा
तू अम्न का और सुल्ह का अरमान बनेगा
इंसान की औलाद है इंसान बनेगा