aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
परिणाम "طبیب"
मातम फ़ज़ल मोहम्मद
1815 - 1897
शायर
ज़फ़र मुजीबी
born.1941
लेखक
तबीब आरवी
क़ारी मुहम्मद तय्यब
1897 - 1983
अली रक़ी
born.2003
पीर बख़्श तय्यब सलीम
हकीम सय्यद अता हुसैन तबीब
ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांफ्रेंस, दिल्ली
पर्काशक
तबीब हाज़िक़
संपादक
इसहाक़ तबीब
तबीब अकेडमी, आरा
Mohammad Tabeebuddeen Siddiqi Ashrafi
हकीम मोहम्मद अली खाँन तबीब
मोहम्मद हुसैन तबीब
अनुवादक
मोहम्मद तय्यब सिद्दीक़ी ज़ैग़म
इस रेंगती हयात का कब तक उठाएँ बारबीमार अब उलझने लगे हैं तबीब से
गोया तुम्हारी याद ही मेरा इलाज हैहोता है पहरों ज़िक्र तुम्हारा तबीब से
तदबीर मेरे इश्क़ की क्या फ़ाएदा तबीबअब जान ही के साथ ये आज़ार जाएगा
जाँ-बर भी हो गए हैं बहुत मुझ से नीम-जाँक्या ग़म है ऐ तबीब जो पूरी वहाँ की है
गोया तुम्हारी याद ही मेरा ‘इलाज हैहोता है पहरों ज़िक्र तुम्हारा तबीब से
मेडिकल धोखाधड़ी
तबीबطبیب
a physician, a doctor
चिकित्सक
दवा करनेवाला, उपचारक, चिकित्सक, वैद्य ।।
Ganjeena-e-Tabeeb
मोहम्मद असग़र अली
औषधि
Chand Mashhoor Tabeeb Aur Science Daan
अननोन ऑथर
शख़्सियत
Tajrabat-e-Tabeeb
हकीम मोहम्मद सईद देहलवी
Hama Dan Tabeeb
हकीम भगत राम
Tabeeb Ki Diary
ख़ालिद जावेद शम्सी
तिब्ब-ए-यूनानी
Angrezi Tarjuma Ka Fan
मोहम्मद तय्यब देहलवी
भाषा
Ager Mai Tabeeb Hota
मीर वलीउद्दीन
Hakeem Mohammad Saeed Ke Tibbi Mashware
Qaraabaa deen-e-Majeedi
दफ़्तर जामिया तिब्बिया, दिल्ली
Seerat-e-Ashrafi
जीवनी
Tabeeb-ul-Ghuraba
हकीम सय्यद ग़ुलाम हुसैन
Shumara Number-011
फ़ज़लुर्रहमान
Jul 1906तबीबे-हाज़िक़
Abdul Hameed Tabeeb Nahin, Hakeem
ए. हबीब ख़ाँ
मुख़तसर तिब्बी लुग़त
मोहम्मद ग़ुफ़रान
शब्द-कोश
Tabib-e-Khalwat
बाबू प्यारे लाल
इलाज क्या करें हुकमा तप-ए-जुदाई कासिवाए वस्ल के इस का कोई तबीब न हो
सिपाही को अपनी लाल पगड़ी पर, औरत को अपने गहनों पर, और तबीब को अपने पास बैठे हुए मरीज़ों पर जो नाज़ होता है वही किसान को अपने लहलहाते हुए खेत देखकर होता है। झींगुर अपने ऊख के खेतों को देखता तो उस पर नशा सा छा जाता है। तीन बीघे ज़मीन थी। उसके छः सौ तो आप ही मिल जाएंगे, और जो कहीं भगवान ने डंडी तेज़ कर दी। (मुराद नर्ख़ से) तो फिर क्या पूछना, दोनों बैल ब...
क्या देखता है हाथ मिरा छोड़ दे तबीबयाँ जान ही बदन में नहीं नब्ज़ क्या चले
हैं सदा इस उधेड़-बुन में तबीबकि कोई नुस्ख़ा हाथ आए अजीब
यही हालत चारपाई की है, फ़र्क़ सिर्फ़ यह है कि इन मुलाज़िम साहिब से कहीं ज़्यादा कार-आमद होती है! फ़र्ज़ कीजिए आप बीमार हैं सफ़र-ए-आख़िरत का सामान मयस्सर हो या न हो अगर चारपाई आपके पास है तो दुनिया में आपको किसी और चीज़ की हाजत नहीं। दवा की पुड़िया तकिए के नीचे। जोशांदा की देगची सिरहाने रखी हुई। बड़ी बीवी तबीब छोटी बीवी ख़िदमत गुज़ार। चारपाई से मिला हुआ बोल-व-...
तबीब-ए-इश्क़ ने देखा मुझे तो फ़रमायातिरा मरज़ है फ़क़त आरज़ू की बे-नीशी
तबीब ने कोई तफ़्सील तो बताई नहींबहुत जो पूछा तो इतना कहा उदासी है
अहवाल क्या बयाँ मैं करूँ हाए ऐ तबीबहै दर्द उस जगह कि जहाँ का नहीं इलाज
तबीब कहता था पागल को कुछ भी याद नहींगले से मैं ने लगाया तो बाप रोने लगा
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