आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ख़य्याम"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "ख़य्याम"
मर्सिया
मैं करता हूँ पर्दा तो हिर्म होते हैं उस्वार
था शब को निगह बान ख़य्याम-ए-शह-ए-अबरार
मिर्ज़ा सलामत अली दबीर
नज़्म
आज की रात
नग़्मा ओ मय का ये तूफ़ान-ए-तरब क्या कहिए
घर मिरा बन गया 'ख़य्याम' का घर आज की रात
असरार-उल-हक़ मजाज़
ग़ज़ल
ज़माना बरसर-ए-पैकार है पुर-हौल शो'लों से
तिरे लब पर अभी तक नग़्मा-ए-ख़य्याम है साक़ी
साहिर लुधियानवी
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "ख़य्याम"
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "ख़य्याम"
नज़्म
भारत के मुसलमान
'सादी' के तकल्लुम को बिठा क़ल्ब-ओ-नज़र में
दे नग़्मा-ए-'ख़य्याम' को जा क़ल्ब-ओ-नज़र में
जगन्नाथ आज़ाद
ग़ज़ल
मैं ब-सद-ब-सद-फ़ख़्रिया ज़ुहहाद से कहता हूँ 'मजाज़'
मुझ को हासिल, शर्फ़-ए-बैअत-ए-ख़य्याम अभी