आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "दारी"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "दारी"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "दारी"
अन्य परिणाम "दारी"
नज़्म
तुलू-ए-इस्लाम
तदब्बुर की फ़ुसूँ-कारी से मोहकम हो नहीं सकता
जहाँ में जिस तमद्दुन की बिना सरमाया-दारी है
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
क्यूँ मिरी ग़म-ख़्वार्गी का तुझ को आया था ख़याल
दुश्मनी अपनी थी मेरी दोस्त-दारी हाए हाए