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परिणाम "हैदराबाद"
इदारा-ए-अदबियात-ए-उर्दू, हैदराबाद
संपादक
मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी, हैदराबाद
पर्काशक
अमजद हैदराबादी
1878 - 1961
शायर
अकबर हैदराबादी
born.1925
ग़ौस ख़ाह मख़ाह हैदराबादी
1929 - 2017
जामिया उसमानिया सरकार-ए-अाली, हैदराबाद, दकन
मातम फ़ज़ल मोहम्मद
1815 - 1897
कैफ़ी हैदराबादी
1880 - 1920
अज़ीज़ हैदराबादी
1873/74 - 1949
मीर उसमान अली उसमान
1886 - 1967
उर्दू आर्ट्स कॉलेज, हैदराबाद
योगदानकर्ता
मतबा जामिया उस्मानिया हैदराबाद, दक्कन
अली मंज़ूर हैदराबादी
born.1896
स्टेट सेंट्रल लाइब्रेरी, हैदराबाद
जामिया उस्मानिया, हैदराबाद
पाकिस्तानी फ़ौजी कश्मीर के लिए लड़ रहे थे या कश्मीर के मुसलमानों के लिए? अगर उन्हें कश्मीर के मुसलमानों ही के लिए लड़ाया जाता था तो हैदराबाद, और जूनागढ़ के मुसलमानों के लिए क्यों उन्हें लड़ने के लिए नहीं कहा जाता था और अगर ये जंग ठेट इस्लामी जंग थी...
हैदराबाद और लंगर याद हैअब के दिल्ली में मोहर्रम क्या करें
सौगंधी बदसूरत तो नहीं थी। ये ख़याल आते ही वो तमाम अक्स एक एक करके उसकी आँखों के सामने आने लगे, जो इन पाँच बरसों के दौरान में वो आईने में देख चुकी थी। इसमें शक नहीं कि उसका रंग-रूप अब वो नहीं रहा था जो आज से पाँच साल...
बाबू गोपीनाथ ने जवाब दिया, “हैदराबाद सिंध का एक दौलतमंद ज़मींदार है। ख़ुदा करे वो ख़ुश रहें। ये भी अच्छा हुआ जो मैं ऐन वक़्त पर आ पहुंचा। जो रुपये मेरे पास हैं, उनसे ज़ीनो का ज़ेवर बन जाएगा... क्यों, क्या ख़याल है आपका?” मेरे दिमाग़ में उस वक़्त कोई...
अब्बा जाएदाद वग़ैरह की वज्ह से फ़िलहाल तर्क-ए-वतन न कर सकते थे। मेरे भाई दोनों बहुत छोटे-छोटे थे और अम्माँ-जान के इंतिक़ाल के बा'द अब्बा ने उनको मेरी ख़ाला के पास हैदराबाद दकन भेज दिया था। मेरा रिज़ल्ट निकल चुका था और मैं थर्ड डिवीज़न में पास हुई थी। मेरा...
सबसे लोकप्रिय उत्तर क्लासिकी शायरों में प्रमुख अमीर मीनाई के शार्गिद दाग़ देहलवी के बाद हैदराबाद के राज-कवि
तारीख़-ए-रियासत हैदराबाद दकन
मुंशी नवल किशोर के प्रकाशन
Shumara Number-006
सय्यद मुसतफ़ा कमाल
Jun 2001शगूफ़ा
हैदराबाद की सैर
आग़ा हैदर हसन
मज़ामीन / लेख
अनवार-ए-सूफ़िया-ए-हैदराबाद
सय्यद बशीर अहमद
उपदेश
Tohfat-ul-Lazzaat -e-Mahboobiya (Khwaan-e-Neamat-e-Asifiyya)
ग़ुलाम महबूब हैदराबादी
दस्तरख़्वान
तज़किरा-ऐ-दरबार-ऐ-हैदराबाद
रमन राज सक्सेना
साहित्य का इतिहास
Wordsworth Aur Uski Shairi
मीर हसन (हैदराबाद)
शायरी तन्क़ीद
हैदराबाद शेर के आईने में
संकलन
Shumara Number-001,002
सय्यद मुहीउद्दीन क़ादरी ज़ोर
Jan, Feb 1962सबरस, हैदराबाद
आबाद हैदराबाद रहे
तैय्यब अंसारी
लेख
हैदराबाद की तंज़-ओ-मिज़ाह ख़वातीन
हबीब ज़िया
हास्य-व्यंग इतिहास और आलोचना
Shumara Number-000
Nov 1987शगूफ़ा
इक़बाल और हैदराबाद
नज़र हैदराबादी
शोध एवं समीक्षा
फ़रख़ंदा बुनियाद हैदराबाद
सांस्कृतिक इतिहास
हैदराबाद के बड़े लोग
सय्यद ग़ुलाम पंजतन शमशाद
परिचय
हैदराबाद-ओ-लखनऊ ही नहींहर जगह की ज़बान है उर्दू
पिछले साल, एक रोज़ शाम के वक़्त दरवाज़े की घंटी बजी। मैं बाहर गयी। एक लंबा तड़ंगा यूरोपीयन लड़का कैनवस का थैला कंधे पर उठाये सामने खड़ा था। दूसरा बंडल उसने हाथ में सँभाल रखा था और पैरों में ख़ाकआलूद पेशावरी चप्पल थे। मुझे देखकर उसने अपनी दोनों एड़ियाँ ज़रा...
बाहर बड़े बाज़ार में जहां एक कारख़ाने की लंबी दीवार दूर तक चली गई है। एक पीले रंग की मोटर में तीन हैदराबादी नौजवान अपनी अपनी नाक पर रूमाल रखे किशोरी का इंतिज़ार कररहे थे। वो मोटर आगे ले जाते मगर मुसीबत ये है कि दीवार दूर तक चली गई...
एक-बार वो नागपुर से दिल्ली के लिए फ़्लाई कर रहा था। मानसून के दिन थे, मौसम बहुत ख़राब और तूफ़ानी हो रहा था। उसके जहाज़ को रास्ता बदल कर हैदराबाद के हवाई अड्डे पर उतरना पड़ा। इंजन में भी ख़राबी पैदा हो गई थी। मौसम बेहद ख़राब हो रहा था।...
हैदराबाद में तो नौकर थे ही वहां कोशिश कर के रियासत की तरफ़ से मुझे भिजवाया। पाँच बरस की मेहनत-ए-शाक़ा के बाद बफ़ज़ले ख़ुदा मैं एम.डी. हो कर वापस आ गया और रियासत में सिवल सर्जन मुक़र्रर किया गया। इसके एक साल बाद ही वालिद-ए-माजिद का साया मेरे सर से...
आज से तक़रीबन डेढ़ बरस पहले जब मैं बंबई में था, हैदराबाद से एक साहिब का डाक कार्ड मौसूल हुआ। मज़मून कुछ इस क़िस्म था, “ये क्या बात है कि इस्मत चुग़ताई ने आपसे शादी न की? मंटो और इस्मत। अगर ये दो हस्तियाँ मिल जातीं तो कितना अच्छा होता,...
हैदराबाद से शहाब आया तो उसने बम्बई सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म पर पहला क़दम रखते ही हनीफ़ से कहा, “देखो भाई, आज शाम को वो मुआ’मला ज़रूर होगा वर्ना याद रखो में वापस चला जाऊंगा।” हनीफ़ को मालूम था कि वो मुआ’मला क्या है। चुनांचे शाम को उसने टैक्सी ली,...
बेगम: अब क्या होगा? ग़ालिब: होगा क्या, घर में बैठूँगा (तोता बोलता है) मियां मिट्ठू से बातें करूँगा। आपकी नमाज़ में हारिज हूँगा। दस्तूर के मुताबिक़ शुरफ़ा को दीवानी अदालत के डिग्रीदार घर के अंदर तो गिरफ़्तार कर नहीं सकते, और दिन के वक़्त मैं बाहर निकलने से रहा। (ज़रा...
मैं क़ौम का तुर्क सलजूक़ी हूँ। दादा मेरा मावराउन्नहर से शाह आलम के वक़्त में हिंदुस्तान आया... बाप मेरा अबदुल्लाह बेग ख़ां बहादुर लखनऊ जाकर आसिफ़ उद्दौला का नौकर हुआ, फिर हैदराबाद में नवाब निज़ाम अली ख़ां का मुलाज़िम हुआ। वो नौकरी एक ख़ाना-जंगी के बखेड़े में जाती रही। अलवर...
अकबर के मशहूर हो जाने पर बहुत से लोगों ने उनकी शागिर्दी के दा’वे कर दिये। एक साहब को दूर की सूझी। उन्होंने ख़ुद को अकबर का उस्ताद मशहूर कर दिया। अकबर को जब ये इत्तिला पहुंची कि हैदराबाद में उनके एक उस्ताद का ज़ुहूर हुआ है, तो कहने लगे,...
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