आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "khumhaare"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "khumhaare"
ग़ज़ल
जो अहल-ए-फ़क़्र-ओ-शाह कुम्हारे के हैं मुरीद
पाले हैं इन सभों ने कबूतर कुमहारिए
इंशा अल्लाह ख़ान इंशा
नज़्म
शिकवा
ऐ ख़ुदा शिकवा-ए-अर्बाब-ए-वफ़ा भी सुन ले
ख़ूगर-ए-हम्द से थोड़ा सा गिला भी सुन ले
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
जवाब-ए-शिकवा
हाथ बे-ज़ोर हैं इल्हाद से दिल ख़ूगर हैं
उम्मती बाइस-ए-रुस्वाई-ए-पैग़म्बर हैं
अल्लामा इक़बाल
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "khumhaare"
अन्य परिणाम "khumhaare"
शेर
रंज से ख़ूगर हुआ इंसाँ तो मिट जाता है रंज
मुश्किलें मुझ पर पड़ीं इतनी कि आसाँ हो गईं
मिर्ज़ा ग़ालिब
ग़ज़ल
नींद का हल्का गुलाबी सा ख़ुमार आँखों में था
यूँ लगा जैसे वो शब को देर तक सोया नहीं