आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "chilman"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "chilman"
ग़ज़ल
दिलों पर सैकड़ों सिक्के तिरे जोबन के बैठे हैं
कलेजों पर हज़ारों तीर इस चितवन के बैठे हैं
दाग़ देहलवी
ग़ज़ल
जो पूछा मुँह दिखाने आप कब चिलमन से निकलेंगे
तो बोले आप जिस दिन हश्र में मदफ़न से निकलेंगे
मुज़्तर ख़ैराबादी
ग़ज़ल
इब्न-ए-इंशा
ग़ज़ल
सय्यद शकील दस्नवी
ग़ज़ल
जल्वा हो तो जल्वा हो पर्दा हो तो पर्दा हो
तौहीन-ए-तजल्ली है चिलमन से न झाँका कर