आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "شادی"
नज़्म के संबंधित परिणाम "شادی"
नज़्म
हुई अँगूर की बेटी से ''मस्ती-ख़ान'' की शादी
खुले दर मय-कदों के और मिली रिंदों को आज़ादी
मजीद लाहौरी
नज़्म
तुम में हिम्मत है तो दुनिया से बग़ावत कर दो
वर्ना माँ बाप जहाँ कहते हैं शादी कर लो
साहिर लुधियानवी
नज़्म
कब तलक मुन्ना से शादी के करोगी तज़्किरे
ख़्वाहिशों की आग में जलती रहोगी कब तलक
कफ़ील आज़र अमरोहवी
नज़्म
शब-ए-ज़फ़ाफ़-ए-अबू-लहब थी मगर ख़ुदाया वो कैसी शब थी
अबू-लहब की दुल्हन जब आई तो सर पे ईंधन गले में
नून मीम राशिद
नज़्म
ये शादी ख़ाना-आबादी हो मेरे मोहतरम भाई
मुबारक कह नहीं सकता मिरा दिल काँप जाता है