आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "sam"
नज़्म के संबंधित परिणाम "sam"
नज़्म
तुम्हारी सुब्ह जाने किन ख़यालों से नहाती हो
तुम्हारी शाम जाने किन मलालों से निभाती हो
जौन एलिया
नज़्म
बहुत होंगे मुग़न्नी नग़्मा-ए-तक़लीद यूरोप के
मगर बेजोड़ होंगे इस लिए बे-ताल-ओ-सम होंगे
अकबर इलाहाबादी
नज़्म
रू-ए-ज़मीं पे जिन का पैदा हुआ न हम-सर
हिन्दोस्ताँ वही है प्यारा वतन हमारा