आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "tahreek e"
नज़्म के संबंधित परिणाम "tahreek e"
नज़्म
अभी हैं शहर की तारीक गलियाँ मुंतज़िर मेरी
अभी है इक हसीं तहरीक-ए-तूफ़ाँ मुंतज़िर मेरी
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
ख़बर देती है तहरीक-ए-हवा तबदील-ए-मौसम की
खिलेंगे और ही गुल ज़मज़मे बुलबुल के कम होंगे
अकबर इलाहाबादी
नज़्म
तहरीक-ए-अमल है न कहीं फ़िक्र-ए-बक़ा है
माज़ी की रिवायात से अब काम ही क्या है
मौलवी सय्यद मुमताज़ अली
नज़्म
मुरक़्क़ा' है हसीं तहरीक-ए-अफ़्सानी के ख़ाकों का
मुकम्मल इज्तिमा-ए-गौहर-ए-अय्याम है उर्दू
माजिद-अल-बाक़री
नज़्म
कभी ओ बे-ख़बर तहरीक-ए-आज़ादी भी रुकती है
बढ़ा करती है इस की तेज़ी-ए-रफ़्तार फाँसी से