आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "dard ka gulab suboohi tariq ebooks"
नज़्म के संबंधित परिणाम "dard ka gulab suboohi tariq ebooks"
नज़्म
यूँ आए हैं घिर घिर के ये दुख-दर्द के बादल
तारीक फ़ज़ाओं में घुला जैसे हो काजल
जयकृष्ण चौधरी हबीब
नज़्म
हबीब जालिब
नज़्म
और कुछ देर में जब फिर मिरे तन्हा दिल को
फ़िक्र आ लेगी कि तन्हाई का क्या चारा करे
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
रह-गुज़र, साए, शजर, मंज़िल-ओ-दर, हल्का-ए-बाम
बाम पर सीना-ए-महताब खुला, आहिस्ता
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
मार्क्स के इल्म ओ फ़तानत का नहीं कोई जवाब
कौन उस के दर्क से होता नहीं है फ़ैज़-याब
वामिक़ जौनपुरी
नज़्म
तहज़ीब हाफ़ी
नज़्म
दिलों में दर्द दिमाग़ों में कश्मकश का धुआँ
जबीं पे ख़ाक निगाहों में ग़म की तारीकी