Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Rahul Jha's Photo'

Born in a literary family of Darbhanga. Young Poet of Urdu, Hindi & Maithili.

Born in a literary family of Darbhanga. Young Poet of Urdu, Hindi & Maithili.

राहुल झा

ग़ज़ल 13

नज़्म 1

 

अशआर 6

कुछ इस अदा से मोहब्बत-शनास होना है

ख़ुशी के बाब में मुझ को उदास होना है

ये आशिक़ी तिरे बस की नहीं सो रहने दे

कि तेरा काम तो बस ना-सिपास होना है

अज़ल से मेरी हिफ़ाज़त का फ़र्ज़ है उन पर

सभी दुखों को मेरे आस-पास होना है

उस ने इक बार तो झाँका भी था मुझ में लेकिन

उस से देखी गई वुसअत-ए-तन्हाई मिरी

मैं आज सोग मनाना सिखाने वाला हूँ

इधर को आएँ जिन्हें महव-ए-यास होना है

संबंधित ब्लॉग

 

संबंधित शायर

"दिल्ली" के और शायर

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए